विनोद वर्मा पूर्व में बीबीसी के पत्रकार और अमर उजाला के डिजिटल संपादक रह चुके हैं। छत्तीसगढ़ के सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर उन्होंने काफी समय तक लिखा है। वे एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया के सदस्य भी हैं।
विनोद वर्मा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार हैं, जिनके खिलाफ ऑनलाइन सट्टा एप महादेव के मामले में ED की कार्रवाई की गई है। ED का आरोप है कि विनोद वर्मा के परिवार के सदस्यों ने सट्टा एप को प्रचारित किया है और काले धन का लेन-देन किया।। ED का कहना है कि महादेव सट्टा एप का पाकिस्तान और दुबई से कनेक्शन है, जहां से सट्टेबाजी की सर्वर चलती है।
रायपुर (इंडिया सीएसआर हिंदी)। विनोद वर्मा छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक एवं मीडिया सलाहकार हैं। उनके आवास पर 28 अगस्त 2023 को ईन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने सट्टा के मामले में छापेमारी की। ED का कहना है कि विनोद वर्मा के परिवार का सट्टा एप से संबंध है। मालूम हो कि छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारों में विनोद वर्मा बेहद चर्चित नामों में से एक हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जन्म दिन ही यह छापा पड़ा। मुख्यमंत्री के ओएसडी मनीष बंछोर के आवास पर भी दबिश दी गई। आशीष वर्मा और कारोबारी विजय भाटिया के घर भी ED की टीम ने दबिश दी।
कथित अश्लील सीडी मामले को लेकर चर्चा में आए जाने-माने पत्रकार विनोद वर्मा को 2018 में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का राजनीतिक सलाहकार नियुक्त किया गया था।। उस समय वर्मा को कथित सेक्स सीडी मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने उनके गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में स्थित घर से 2017 में गिरफ्तार किया था। मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह के कार्यकाल में उन्हें रायपुर पुलिस की एक टीम ने वर्मा को ब्लैकमेलिंग और उगाही के केस में गिरफ्तार किया था।
विनोद वर्मा का सट्टा कनेक्शन
विनोद वर्मा के पास संपत्ति की जांच में ED का हस्तक्षेप महादेव सट्टा एप के मामले से जुड़ा हुआ है। ED का आरोप है कि विनोद वर्मा के परिवार के सदस्यों ने सट्टा एप को प्रचारित किया है और काले धन का लेन-देन किया है। ED ने विनोद वर्मा के दो बेटों और परिवार के सदस्यों को पूछताछ के लिए बुलाया। महादेव सट्टा एप एक ऑनलाइन सट्टा कारोबार है, जिसका तार देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ पाकिस्तान और दुबई से भी जुड़ा है। यह एप इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) पर सट्टा लगाने के लिए प्रसिद्ध है। ED, पुलिस और GSTN की मिली-जुली टीम ने महादेव सट्टा एप के सेंटरों को ध्वस्त करने के साथ-साथ कई सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया है। महादेव सट्टा एप के मास्टरमाइंड ‘सट्टा किंग’ ने हाल ही में सरेंडर किया है, जिससे कुछ अहम खुलासे हो सकते हैं।
पत्रकारिता में नाम विनोद वर्मा
विनोद वर्मा की पहचान पत्रकार के रूप में है। विनोद वर्मा अपना परिचय पत्रकार के रूप में देते हैं। विनोद वर्मा मुख्यतः छत्तीसगढ़ का रहने वाला है। उसने रायपुर स्थित प्रतिष्ठित दैनिक समाचार पत्र देशबंधु में वर्षों तक काम किया। उसने अमर उजाला, बीबीसी और के महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं। विनोद वर्मा ने लगभग दो दशक तक मीडिया संस्थानों में काम करने के बाद कुछ मीडिया संगठनों के लिए सलाहकार का काम किया। वे अब छत्तीसगढ़ कांग्रेस को मीडिया मामलों में सलाह देते हैं।
विनोद वर्मा की गिरफ्तारी हुई तो इसका विरोध एडिटर्स गिल्ड और प्रेस एसोसिएश ऑफ इंडिया से लेकर तमाम पत्रकार संगठनों ने किया। इस गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए जब दिल्ली के प्रेस क्लब में सभा बुलाई गई तो उसमें दो सौ के आसपास पत्रकार इकट्ठा हुए।
पत्रकार रुचिर गर्ग भी हैं मीडिया सलाहकार
देशबंधु और नई दुनिया में वर्षों तक पत्रकारिता करने वाले रुचिर गर्ग ने राहुल गांधी के समक्ष कांग्रेस प्रवेश किया था। रुचिर गर्ग की इच्छा चुनाव लड़ने की थी लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री का मीडिया सलाहकार बनाया गया था। रुचिर गर्ग और विनोद वर्मा दोनों ही देशबंधु में काम किए हुए हैं।
छ्त्तीसगढ़ में ईडी की सक्रियता का मुख्य वजह क्या है
ED ने छत्तीसगढ़ में IAS अधिकारियों और कांग्रेस नेताओं के ठिकानों पर छापेमारी की है। ED का कहना है कि ये लोग मनी लॉन्ड्रिंग और चावल घोटाले में शामिल हैं। ED ने अधिकारी सौम्या चौरसिया, कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, आईएएस समीर विष्णोई, कांग्रेस नेता रामगोपाल अग्रवाल, आईपीएस दीपांशु काबरा जैसे कई सीएम के करीबी अफसरों के घर पर छापेमारी की है।
शराब घोटाला में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 28 अगस्त 2023 को बड़ी कार्रवाई की। मामले की जांच की आंच अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दरवाजे तक पहुंच गई है। ईडी की टीम ने सीएम भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा के आवास पर छापा मारा है।
ईडी की कार्रवाई के बाद मुख्यमत्री भूपेश बघेल ने एक ट्वीट के जरिए केंद्र सरकार पर तंज कसा है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा,’आदरणीय प्रधानमंत्री जी और अमित शाह जी!…. मेरे जन्मदिन के दिन आज आपने मेरे राजनीतिक सलाहकार और मेरे OSD सहित करीबियों के यहां ED भेजकर जो अमूल्य तोहफा दिया है, इसके लिए बहुत आभार.’
ईडी इन मामलों की कर रहा है जांच
छत्तीसगढ़ में कथित कोयला घोटाला, शराब घोटाला, जिला खनिज फाउंडेशन फंड में अनियमितता और एक ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से संबंधित विभिन्न मामलों की जांच की जा रही है।
ईडी ने ऑनलाइन सट्टेबाजी के संबंध में रायपुर और दुर्ग में कई स्थानों पर तलाशी ली थी। ईडी ने पिछले साल दिसंबर में कथित कोयला लेवी घोटाले से जुड़े मामले की जांच के सिलसिले में राज्य कैडर की आईएएस अधिकारी सौम्या चौरसिया को गिरफ्तार किया था। चौरसिया मुख्यमंत्री कार्यालय में उप सचिव के पद पर तैनात थीं। कोयला लेवी मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों में दो आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई और रानू साहू भी शामिल हैं। इसके अलावा ईडी राज्य में कथित शराब घोटाले से जुड़े मामले की भी जांच कर रही है, जिसमें कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
(India CSR Hindi)
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