बच्चों ने बडे उत्साह से चित्रों के माध्यम से पृथ्वी को बचाने और पर्यावरण की रक्षा करने, पानी बचाने और पेड़ों को बचाने के बारे में उनकी गहरी समझ को प्रस्तुत कर अपने परिवेश की रक्षा करने का महत्वपूर्ण संदेश दिया।
गुरूवार को उदयपुर के अभिलाषा मूक बधीर विद्यालय में छात्रों का उत्साह देखते ही बनता था। उनके विचारों की परिकल्पना को उकेरने और रंगो से सजाने का यह अवसर था हिन्दुस्तान ज़िंक (Hindustan Zinc) के जीवन तरंग कार्यक्रम के तहत् आयोजित पेंट फाॅर जाॅय का। इस आयोजन में हिन्दुस्तान ज़िंक मुख्य कार्यालय के ज़िंक परिवार के सदस्यों और उनके बच्चों ने इन विशेष योग्यजन बच्चों के साथ मिलकर पृथ्वी हमारा घर और जैव विविधता की देखभाल विषय पर अपनी कल्पना को रंगों से बयां किया।
बच्चों ने बडे उत्साह से चित्रों के माध्यम से पृथ्वी को बचाने और पर्यावरण की रक्षा करने, पानी बचाने और पेड़ों को बचाने के बारे में उनकी गहरी समझ को प्रस्तुत कर अपने परिवेश की रक्षा करने का महत्वपूर्ण संदेश दिया। हिन्दुस्तान ज़िंक की सीएसआर पहल के तहत् जीवन तरंग कार्यक्रम में आयोजित पेंट फाॅर जाॅय में ज़िंक कर्मचारियों के साथ ही व्यावसायिक भागीदारों, ऊंची उड़ान के छात्रों, सीएसआर काॅर्डिनेटर और उनके परिवार के सदस्यों ने भी विशेष योग्यजन बच्चों के साथ मिलकर अपनी भावानाएं उकेरने में भागीदारी कर उन्हें प्रोत्साहित किया। इसका उद्देश्य कौशल आधारित स्वयंसेवा की अवधारणा को बढ़ावा देना और रचनात्मक समय हेतु अवसर प्रदान करना था। इसमें 150 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिन्हें उनकी रचनात्मकता के लिये पुरस्कार से सम्मानित किया।
हिन्दुस्तान ज़िंक के जीवन तरंग कार्यक्रम की पहल विशेष योग्यजन बच्चों को सशक्त बनाने हेतु संचालित की जा रही है। वर्ष 2017 में विशेषयोग्यजनों को उनकी शैक्षिक आवश्यकताओं को पूरा कर उन्हें सशक्त बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। इस कार्यक्रम से दृश्य और श्रवण दोष वाले लगभग 700 से अधिक बच्चों के सीखने के स्तर में सुधार हुआ है। इनमें से लगभग 600 ने एक समर्पित पाठ्यक्रम के माध्यम से भारतीय सांकेतिक भाषा सीखी है और 100 से अधिक दृष्टिबाधित बच्चों को प्रौद्योगिकी डेजी प्लेयर, स्मार्टफोन, कंप्यूटर, एमएस-ऑफिस, सीखने की सामग्री को ऑनलाइन एक्सेस करने के लिए सॉफ्टवेयर आदि के उपयोग में प्रशिक्षित किया गया है।