छत्तीसगढ़ में बिलासपुर के समीप केएसके महानदी पावर कम्पनी लिमिटेड स्थित है। संयंत्र के समीप के 7 गांवों के सरपंचों ने कंपनी के कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) विभाग के प्रमुख को सौंपा है। ग्रामीणों द्वारा गाँवों के विकास में सीएसआर की राशि उचित ढंग से खर्च नहीं करने पर धरना-प्रदर्शन एवं आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
इस ज्ञापन में प्लांट से बताया गया है कि प्रभावित ग्राम पंचायत नरियरा, बनाहिल, तरौद, मुरलीडीह, अमोरा, लटिया एवं पकरिया में ग्रामवासियों के लिए स्कूल, अस्पताल एवं आईटीआई भवन का निर्माण प्लांट स्थापना के 11 वर्ष बाद भी नहीं किया जा सका है।
प्रभावित ग्राम पंचायतों में सीएसआर मद से राशि खर्च करने की मांग को लेकर ग्राम पंचायतों के सरपंच, जनपद सदस्य एवं उपसरपंच द्वारा प्लांट के सीएसआर हेड जीके ओझा को ज्ञापन सौपा गया।
ग्राम नरियरा की सरपंच गौरीबाई भैना एवं ग्राम बनाहिल के उपसरपंच नवल सिंह का कहना कि केएसके प्लांट द्वारा आज तक स्कूल, अस्पताल एवं आईटीआई भवन का निर्माण नहीं किया गया है।
दुर्घटना होने पर मजदूरों को प्राथमिक इलाज नहीं मिल पाता। निरंतर मजदूरों की मौतें हो रही है। प्लांट में कार्यरत कर्मचारियों, मजदूरों एवं क्षेत्र के प्रभावित ग्राम पंचायतों के लिए बिलासपुर के निजी
अस्पताल से अनुबंध करने के साथ-साथ अच्छी शिक्षा के लिए प्राइवेट शिक्षण संस्थान से भी अनुबंध कर नये सत्र से शिक्षा की सुविधा दी जाए।
सीएसआर मद से 1-1 करोड़ रुपये ग्राम पंचायत को दिए जाएँ। मिनीमाता चौक से प्लांट पहुंच मार्ग जर्जर हो गया है।
सड़क साथ डिवाइडर व लाइट भी लगाएं, प्लांट के अन्दर ट्रक यार्ड नहीं होने से प्लांट के बाहर ही भारी वाहन सड़क किनारे खड़े होने से लगातार लोग दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।
7 ग्राम पंचायतों के सरपंचों द्वारा एक हफ्ते के अन्दर मामले में पहल नहीं होने पर प्लांट के मुख्य गेट के सामने धरना एवं आंदोलन की चेतावनी दी गई।
ज्ञापन देने वालों में ग्राम तरौद के सरपंच गुरुदयाल पाटले, ग्राम बनाहिल के सरपंच बद्रीप्रसाद टंडन, ग्राम मुरलीडीह के सरपंच कमलेश पाटले, ग्राम अमोरा की सरपंच अंजनी भानु, ग्राम पकरिया के सरपंच ओमप्रकाश सिंह खरसन, ग्राम लटिया के सरपंच सती बाई सांडिल्य, जनपद सदस्य श्याम लाल बर्मन, विजया भुषण वैष्णव एवं ग्राम अमोरा की उपसरपंच सुधा सिंह उपस्थित थी।