कोविड-19 की दूसरी लहर में उदयपुर में लगातार बढ़ती संख्या को देखते हुए शहर में हर समर्थ व्यक्ति अपनी ओर से रोगियों और उनके परिजनों को हर संभव मदद की कोशिश कर रहा है।
इसी पहल के तहत् वेदांत के चैयरमेन अनिल अग्रवाल के मूल मंत्र गिविंग बेक टू सोसायटी को अपनाते हुए हिन्दुस्तान जिंक देबारी स्मेल्टर के कर्मचारियों ने स्वयं योगदान करते हुए मानवता दिखायी हैं।
इकाई के कर्मचारियों ने स्वप्रेरित होकर 1 मई से उदयपुर के महाराणा भोपाल चिकित्सालय में भर्ती कोविड रोगियों के परिजनों को चिकित्सालय के बाहर भोजन उपलब्ध कराने की शुरूआत की है। इस पहल के तहत् प्रतिदिन सायं 200 पैकेट हाइजेनिक और शुद्ध भोजन वैन द्वारा कर्मचारियों की टीम पीपीई किट पहन कर, सरकार की गाईड लाइन का पालन करते हुए वितरित किया जाता है।
जिंक स्मेल्टर देबारी के डायरेक्टर लीलाधर पाटीदार ने बताया कि इस महामारी के दौर में एक-दूसरे को सहयोग की भावना ही हमें इस पर जीत दिलाने में बड़ा सहयोग होगी। वेदांत के चैयरमेन अनिल अग्रवाल की प्रेरणा से देबारी स्मेल्टर का ये छोटा सा प्रयास हम जारी रखेगें जिसमें अब और भी कर्मचारियों ने स्वेच्छा से जुडकर इस पुनीत कार्य का हिस्सा बनने और योगदान में रुचि दिखायी है।
हिन्दुस्तान जिंक के कर्मचारियों द्वारा शुरू की गयी इस पहल के तहत् भोजन को इंतजार एमबी चिकित्सालय के बाहर रोगियों के परिजन भी करते है, उनके अनुसार इस संकट के समय रोगियों की देखभाल में स्वयं के भोजन की व्यवस्था आसान नहीं है, ऐसे में यह सुविधा सराहनीय है।
इस महामारी के समय में इस प्रकार की सकारात्मक एवं मानवीय संवेदनाओं से ही देश को इससे जीतने की ओर अग्रसर करेगा।
दरीबा स्मेल्टर द्वारा किसी भी आग लगने की घटनाओं सहित आपात स्थिति से राहत एवं बचाव के लिये सदैव प्रशासन को सहयोग दिया जाता रहा है। कोरोना संकट की महामारी में कर्मचारियों द्वारा आमजन के सहयोग के लिए यह पहल अनुकरणीय हैं।