इंडिया सीएसआर न्यूज नेटवर्क
नई दिल्ली। केन्द्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्री श्री अनंत जी.गीते ने आज नई दिल्ली स्थित प्रगति मैदान में तीन दिवसीय सीएसआर मेला 2017 का उद्घाटन किया। यह मेला भारी उदयोग एवं लोक उद्यम मंत्रालय के लोक उद्यम विभाग और पीएचडी चैम्बर द्वारा ओएनजीसी के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
यह मेला केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों, सीपीएसई/राज्यों के पीएसयू, निजी कंपनियों, एनजीओ/फाउंडेशन इत्यादि सहित सभी हितधारकों को एक ऐसा प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराएगा, जहां वे अपनी सीएसआर (कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व) गतिविधियों को दर्शा सकेंगे और अपनी सर्वोत्तम रीतियों को साझा कर सकेंगे। इसके साथ ही यह प्लेटफॉर्म उन्हें अन्य हितधारकों से जुड़ने का अवसर भी प्रदान करेगा।
लोक उद्यम विभाग में अपर सचिव डॉ. मधुकर गुप्ता ने अपने स्वागत भाषण में इस मेले की अहमियत पर प्रकाश डाला और प्रतिभागियों की उत्साहजनक प्रतिक्रिया की सराहना की।
केन्द्रीय मंत्री श्री अनंत गीते ने केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों (सीपीएसई) से प्राथमिकता के आधार पर सामाजिक क्षेत्र के महत्वपूर्ण क्षेत्रों विशेषकर स्वच्छता अभियान, शिक्षा एवं पेयजल पर ध्यान केन्द्रित करने को कहा। उन्होंने कहा कि कंपनी अधिनियम 2013 में किये गये संशोधनों के जरिए प्रतिष्ठानों के लिए यह अनिवार्य कर दिया गया है कि उन्हें अपने मुनाफे का 2 प्रतिशत सीएसआर (कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व) गतिविधियों पर खर्च करना होगा, चाहे वह निजी क्षेत्र हो या सीपीएसई।
फिलहाल यह कार्य स्वेच्छापूर्वक किया जा रहा है और यह नजरिया बड़ा बदलाव लाने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि सीपीएसई की सक्रिय भागीदारी की बदौलत ही स्वच्छता अभियान को सफलतापूर्वक चलाना संभव हो पा रहा है। श्री गीते ने कहा कि देश में धनराशि अथवा संसाधन की कोई कमी नहीं है, इसलिए सीएसआर गतिविधियों को इस दिशा में समुचित ढंग से आगे बढ़ाया जाना चाहिए।
श्री गीते ने प्रधानमंत्री की अनेक पहलों यथा स्किल इंडिया, डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया का उल्लेख किया तथा सीपीएसई के प्रमुखों से अपील की कि वे इस संबंध में डीपीई द्वारा जारी किये गये दिशा निर्देशों का पालन करें। हालांकि, उन्होंने इस आशय की रिपोर्टों पर चिंता जताई कि सीएसआर राशि गैर कानूनी तरीकों से एनजीओ को उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने सीपीएसई से इस संबंध में सतर्क रहने को कहा।