बिहार। पटना में रविवार को इनकम टैक्स चौराहे पर बिहार कांग्रेस ने उद्योगपति गौतम अदाणी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अखिलेश प्रसाद सिंह ने प्रदर्शन का नेतृत्व किया और अदाणी के खिलाफ अमेरिका में जारी गैर-जमानती वारंट के बावजूद भारत में कार्रवाई न होने पर नाराजगी जताई। उन्होंने अदाणी की गिरफ्तारी और इस मामले में निष्पक्ष जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग की।
प्रदर्शन में उठी गिरफ्तारी की मांग
अदाणी पर देश की प्रतिष्ठा को धूमिल करने का आरोप
डॉ. अखिलेश ने कहा कि गौतम अदाणी ने अपने कार्यों से देश की छवि खराब की है। उन्होंने आरोप लगाया कि अदाणी के खिलाफ अमेरिका में गंभीर आरोपों के बावजूद भारत सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की। “यह केंद्र सरकार द्वारा अदाणी को संरक्षण देने का स्पष्ट प्रमाण है,” उन्होंने कहा।
जेपीसी गठन की मांग
उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच केवल जेपीसी के माध्यम से संभव है। “गौतम अदाणी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और जेपीसी का गठन कर सच्चाई जनता के सामने लानी चाहिए,” उन्होंने जोर दिया।
भाजपा पर निशाना
कांग्रेस का भाजपा पर गंभीर आरोप
बिहार कांग्रेस अध्यक्ष ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा कि राहुल गांधी द्वारा बार-बार अदाणी और केंद्र सरकार की सांठगांठ को उजागर करने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। उन्होंने कहा, “अमेरिका में हुई कार्रवाई से यह साबित हो गया है कि अदाणी को भाजपा का खुला समर्थन है।”
“भाजपा प्रवक्ता बन गई है अदाणी की ढाल”
डॉ. अखिलेश ने कहा कि भाजपा नेता अदाणी के प्रवक्ता की भूमिका निभा रहे हैं और मीडिया पर उनके पक्ष में ओवरटाइम कर रहे हैं। उन्होंने इसे देश की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के लिए खतरनाक करार दिया।
कमजोर सरकार पर प्रहार
“सरकार कान बंद कर सो रही है”
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने भारत सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा कि रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के मामले की जांच अमेरिका में हो रही है, लेकिन भारत में सरकार चुप है। उन्होंने इसे एक कमजोर और गैर-जिम्मेदार सरकार की निशानी बताया।
कांग्रेस के अन्य नेताओं का समर्थन
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस के विधान सभा नेता डॉ. शकील अहमद खान ने भी धरने को संबोधित किया और अदाणी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को दोहराया।
निष्कर्ष
पटना में कांग्रेस का यह विरोध प्रदर्शन अदाणी के खिलाफ कार्रवाई और जेपीसी जांच की मांग को लेकर था। यह विरोध न केवल अदाणी पर लगे आरोपों को उजागर करता है, बल्कि केंद्र सरकार की निष्क्रियता पर भी सवाल खड़े करता है। कांग्रेस ने साफ किया है कि इस मामले को जनता के बीच ले जाकर इसे बड़े आंदोलन का रूप दिया जाएगा।