श्रीमती आनंदीबेन पटेल, माननीय राज्यपाल, उत्तर प्रदेश ने वाराणसी के तीन प्रखंडों में आंगनवाड़ियों के बच्चों के लिए प्राथमिक पोषण पहल का किया उद्घाटन.
वाराणसी/उत्तर प्रदेश: वेदांता की लोकहितैषी शाखा अनिल अग्रवाल फाउंडेशन (आफ) ने श्रीमती आनंदीबेन पटेल, माननीय राज्यपाल, उत्तर प्रदेश और सुश्री प्रिया अग्रवाल हेब्बार, चेयरपर्सन, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, गैर-कार्यकारी निदेशक, वेदांता लिमिटेड, वेदांता लिमिटेड की उपस्थिति में आज वाराणसी में मल्टी मिलेट न्यूट्री बार वितरण के साथ बच्चों के लिए अपने सबसे बड़े पोषण कार्यक्रम का आगाज किया। इस अवसर पर श्री एस राजलिंगम, जिलाधिकारी, वाराणसी और श्री हिमांशु नागपाल, मुख्य विकास अधिकारी, वाराणसी भी मौजूद रहे। कुपोषण मुक्त भारत के निर्माण की दिशा में काशी विद्यापीठ स्थित आधुनिक आंगनवाड़ी केंद्र ‘नंद घर’ में इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
प्राथमिक चरण के तहत, आफ वाराणसी के तीन केंद्रित प्रखंडों – सेवापुरी, अराजीलाइन और काशी विद्यापीठ में नंद घर सहित 1400 आंगनवाड़ी केंद्रों में प्रतिदिन लगभग 50,000 लक्षित बच्चों को न्यूट्री बार वितरित करेगा। इसके साथ ही, आफ का उद्देश्य उत्तर प्रदेश में 3 से 6 वर्ष की आयु के बच्चों के बीच व्याप्त कुपोषण से संबंधित चिंताओं को दूर करके सकारात्मक पोषण प्रभाव लाना है। सही पोषण पर अपने विषयगत हस्तक्षेप के साथ बाल एवं महिला विकास की दिशा में काम करने वाले आफ की प्रमुख सामाजिक प्रभाव परियोजना नंद घर ने ट्रू गुड के माध्यम से भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान (न्यूट्री-हब, आईआईएमआर) के साथ सहयोग किया।
सूक्ष्म पोषक तत्त्वों से भरपूर ये मिलेट बार पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सिडेंट प्रदान करते हैं जो बच्चों के बेहतर विकास और कल्याण के लिए आवश्यक है। साथ ही, प्रत्येक व्यक्ति के दैनिक आहार में मिलेट को बढ़ावा देने के लिए सरकार के साथ मिलकर इस पहल की शुरुआत की गई है।
श्रीमती आनंदीबेन पटेल, माननीय राज्यपाल, उत्तर प्रदेश ने इस अनूठी पहल के बारे में कहा कि, “माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में घोषित किया है, हमारी सरकार का प्रयास हर बढ़ते बच्चे और महिलाओं के लिए पौष्टिक स्वस्थ आहार विकसित करने में मिलेट के महत्त्व को इंगित करना है। इस तरह की पहल न केवल मिलेट के महत्त्व के प्रति जन-जागरूकता फैलाएगी, बल्कि कुपोषण से संबंधित कई बीमारियों को ठीक करने में भी मदद करेगी, जिससे समुदाय पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह देखकर अच्छा लगता है कि वेदांता और अनिल अग्रवाल फाउंडेशन जैसे कारण-उन्मुख संगठन आहार में मिलेट को शामिल करके बच्चों के समग्र पोषण में सहायता करते हैं। मैं इस हस्तक्षेप के सुचारू निष्पादन के लिए वाराणसी प्रशासन के प्रयासों की भी सराहना करती हूँ।”
तीन चिन्हित प्रखंडों के आंगनवाड़ी केंद्रों में हिस्सा लेने वाले बच्चों को 6 महीने तक सप्ताह के 6 दिन 6 पावरपैक सामग्री के साथ पैक किए गए मल्टी मिलेट बार वितरित करने के लिए इस अद्वितीय पोषण प्राथमिक हस्तक्षेप को 6x6x6 मॉडल पर डिज़ाइन किया गया है।
सुश्री प्रिया अग्रवाल हेब्बार, चेयरपर्सन, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, गैर-कार्यकारी निदेशक, वेदांता लिमिटेड ने इस मौके पर कहा कि, “हमारे देश से भूख और कुपोषण को खत्म करने की दिशा में जीरो हंगर (शून्य भूख) को प्राप्त करने के लिए वेदांता का दृष्टिकोण सरकार के पोषण अभियान के अनुरूप है। इस अनूठी पहल के माध्यम से, हमारा उद्देश्य विशेष रूप से भारत के ग्रामीण हिस्सों में बच्चों के बीच पोषण संबंधी चिंताओं को दूर करना है। प्रोटीन से भरपूर मिलेट बार बच्चों की पोषण संबंधी जरूरतों, स्वाद और पसंद को ध्यान में रखते हुए सोच-समझकर बनाए गए हैं। हम आईआईएमआर और उत्तर प्रदेश सरकार के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन बनाने की दिशा में एक छोटे से कदम के रूप में इस पहल को शुरू करने में हमारी मदद की।”
हाल ही के केंद्रीय बजट ने आईआईएमआर को वैश्विक स्तर पर मिलेट से संबंधित सर्वोत्तम पद्धतियों और प्रौद्योगिकियों को साझा करने के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में नामित किया है और पोषण हस्तक्षेप को प्रमुख संस्थान द्वारा समर्थित किया गया है।
डॉ. बी. दयाकर राव, प्रधान वैज्ञानिक, भारतीय कदन्न अनुसंधान संस्थान (आईआईएमआर) ने अपनी टिप्पणी में कहा कि, “जमीनी स्तर पर फर्क पैदा करने वाले इस तरह की सामुदायिक पहलों के लिए बोर्ड में शामिल होना मुझे अत्यंत गर्व से भर देता है। उर्जादायक सामग्री, पोषण मूल्य और स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानकारी सहित ग्रामीण परिदृश्य में मिलेट को एक स्मार्ट भोजन के रूप में पेश किया जाना चाहिए। मेरा मानना है कि सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की ओर सामूहिक यात्रा में मिलेट एक महत्त्वपूर्ण समाधान है।”
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन ने न्यूट्री बार विकसित करने के लिए हैदराबाद स्थित ट्रू गुड के साथ साझेदारी की है। श्री राजू भूपति, संस्थापक और सीईओ, ट्रू गुड ने अपनी टिप्पणी करते हुए कहा कि, “ट्रू गुड अपने मालिकाना मल्टी मिलेट न्यूट्री बार के साथ बच्चों में पोषण की कमी से निपटने के लिए अनिल अग्रवाल फाउंडेशन और उत्तर प्रदेश सरकार के साथ साझेदारी करने के लिए उत्साहित है। यह देश के लिए एक मजबूत, स्वस्थ और सक्षम अगली पीढ़ी के पोषण और निर्माण में मदद करेगा। इस अनूठी और महत्त्वपूर्ण पहल के लिए हम अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के आभारी हैं। आईआईएमआर के साथ हमारे सहयोग ने हमें मिलेट आधारित उत्पादों को विकसित करने में मदद की है, जिसका उद्देश्य बच्चों में अधिक-से-अधिक पोषण को बढ़ावा देना है। इस न्यूट्री बार के साथ, हम देश के मिलेट मिशन का समर्थन करने के लिए पूर्ण रूप से तैयार हैं।”
प्राथमिक हस्तक्षेप से वाराणसी जिले में बच्चों की पोषण स्थिति पर महत्त्वपूर्ण प्रभाव पड़ने की उम्मीद है, जिसे धीरे-धीरे अन्य राज्यों में भी बढ़ाया जाएगा। इन वर्षों में, वेदांता ने भारत में कई प्रभावशाली सीएसआर कार्यक्रमों का निर्माण व संचालन किया है। आज वेदांता को देश के सबसे सामाजिक रूप से जिम्मेदार निगमों में से एक माना जाता है। वेदांता की प्राथमिकताओं में बच्चों की बेहतरी और शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य देखभाल, टिकाऊ कृषि और पशु कल्याण, युवाओं के बाजार से जुड़े कौशल, पर्यावरण संरक्षण और बहाली तथा सामुदायिक बुनियादी ढाँचे का विकास मुख्य तौर पर शामिल रहा है।
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