नई दिल्ली: वर्तमान डिजिटल युग में मीडिया और पत्रकारिता का स्वरूप तेजी से बदल रहा है। आधुनिक तकनीकी विकास और इंटरनेट की व्यापक पहुंच ने समाचारों और सूचनाओं का प्रसार आसान बना दिया है, लेकिन इसने कुछ चुनौतियाँ भी खड़ी की हैं। अक्सर देखने को मिलता है कि समाज के कई वास्तविक लोगों की नहीं सुनने को मिलता है जिस वजह से आम जनता के सरोकार और उनकी कहनियां और समस्याएँ गुमनामी में चली जाती हैं। इसी स्थिति को बदलने के उद्देश्य से शेरू फोटोग्राफर ने वर्ष 2021 में द ट्रेंडिंग पीपल की स्थापना किया था। यह एक ऐसा डिजिटल मीडिया प्लेटफार्म है, जो समाज के हाशिये पर खड़े लोगों की कहानियों को तथा समाज के ऐसे लोगों की कहानियां को जो समाज में अपना योगदान करके अच्छा करने की कोशिश कर रहे हैं जैसे की फोटोग्राफर, पत्रकार, डांसर तथा तथा विभिन्न क्षेत्र के कलाकारों की कहानियों को सामने लाने का प्रयास कर रही है और निष्पक्षता के साथ वास्तविक मुद्दों को जन-जन तक पहुँचाने के लिए कृतसंकल्प है।
1 ‘द ट्रेंडिंग पीपल्स’: डिजिटल मीडिया में एक नया स्वर
2021 में स्थापित द ट्रेंडिंग पीपल्स भारत के डिजिटल मीडिया परिदृश्य में एक उभरता हुआ नाम है। नई दिल्ली से संचालित यह प्लेटफ़ॉर्म अंग्रेज़ी और क्षेत्रीय भाषाओं में समाचार प्रदान करता है। सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक मुद्दों पर केंद्रित यह प्लेटफ़ॉर्म समाज के विभिन्न पहलुओं को सामने लाने का प्रयास करता है। इसके संस्थापक दिल्ली के जानेमाने फोटोग्राफर शेरू और उनके परिवारजन शामिल है शेरू फोटोग्राफर ने इसे एक ऐसा मंच बनाने की परिकल्पना की है, जहां पेशेवर पत्रकारों और आम नागरिकों को अपनी कहानियां साझा करने का समान अवसर मिले।
2 स्थापना और उद्देश्य
शेरू की पृष्ठभूमि एक दिल्ली के फोटोग्राफर और डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर के रूप में रही है। उन्होंने दिल्ली में ‘Society for Promotion of Youth and Masses (SPYM) ’ जैसे गैर-सरकारी संगठनों के साथ काम करते हुए समाज के वंचित वर्गों की कहानियां अपने कैमरे के माध्यम से उजागर कीं। उनकी तस्वीरों ने झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले बच्चों, श्रमिकों और सड़क पर जीवन बसर करने वाले परिवारों के संघर्षों को दिखाया। इन अनुभवों ने उन्हें महसूस कराया कि केवल तस्वीरें लेने से कहीं अधिक ज़रूरी है कि उन कहानियों को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाया जाए और लिखा जाए। इसी सोच से द ट्रेंडिंग पीपल्स का विचार विकसित हुआ।
अपने परिवारजन और स्कूल कुछ के मित्रो साथ मिलकर, शेरू ने इसे एक ऐसा मंच बनाया जहां समाज के हर वर्ग की आवाज़ को सुना जा सके और लोगों तक पहुंचाया जा सके।
इस प्लेटफार्म का मुख्य उद्देश्य उन मुद्दों को उठाना है, जो आम जनता की दिनचर्या और उनके हकों से जुड़े हैं। चाहे वह किसी गाँव में हो रहे बदलाव की कहानी हो या फिर किसी छोटे व्यापारी की सफलता की यात्रा।Thetrendingpeople ऐसे मुद्दों को प्राथमिकता देता है जो जनसाधारण की ज़िंदगी पर गहरा प्रभाव डालते हैं।
3 शेरू का दृष्टिकोण: कैमरे से लेकर समाज की आवाज़ तक
Sheru photographer की यात्रा एक युवा फोटोग्राफर के रूप में दिल्ली के बटरफ्लाईज़ नामांक संस्था में आरंभ हुई थी, समय के साथ यह केवल तस्वीरें लेने तक सीमित नहीं रही। फोटोग्राफी उनके लिए एक ऐसा माध्यम साबित हुआ जिससे वह समाज की सच्चाई और छुपी हुई कहानियों को उजागर कर सके, जो अक्सर अनसुनी रह जाती हैं।
शेरू की कलात्मक दृष्टि ने दिल्ली की तंग गलियों और जुग्गी झोपडी में और सड़को पर बच्चों के संघर्ष, दिल्ली के सड़क के क्षेत्रों में महिलाओं की हिम्मत और शहरी क्षेत्रों में श्रमिकों के जीवन को कैमरे में कैद किया। उनका मानना है कि उनकी फोटोग्राफी का असल उद्देश्य केवल तस्वीरें खींचना नहीं है, बल्कि उन मुद्दों को प्रकाश में लाना है जो लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं।
यही जुनून शेरू को ‘द ट्रेंडिंग पीपल्स’ की स्थापना के लिए प्रेरित किया, ताकि यह मंच सच्ची और निष्पक्ष कहानियों को प्रस्तुत कर सके। उनके लिए यह मंच पत्रकारिता का एक नया स्वरूप है, जो न केवल तथ्यों को प्रस्तुत करता है बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में भी कार्य करता है।
4 निष्पक्षता और पारदर्शिता: द ट्रेंडिंग पीपल की विशेषता
द ट्रेंडिंग पीपल की एक बड़ी विशेषता इसकी पारदर्शिता और निष्पक्षता है। यह केवल एक खबरें पहुँचाने वाला माध्यम नहीं है, बल्कि इसमें निष्पक्षता के साथ-साथ पारदर्शिता का भी विशेष ध्यान रखा जाता है तथा तथ्यात्मक और निष्पक्ष रिपोर्टिंग को प्राथमिकता देता है। इसके संपादकीय मानदंड इस बात पर आधारित हैं कि किसी भी खबर को प्रस्तुत करते समय तथ्यों को प्रमाणित किया जाए और किसी भी प्रकार की सनसनी से बचा जाए।
इस दृष्टिकोण ने इसे उन पाठकों के बीच लोकप्रिय बनाया है, जो भरोसेमंद और तथ्यात्मक जानकारी की तलाश में हैं। इसका उद्देश्य पाठकों को सूचित करना है, ताकि वे अपनी राय खुद बना सकें।
डिजिटल युग में अनुकूलता
डिजिटल मीडिया की बढ़ती मांग को देखते हुए द ट्रेंडिंग पीपल्स ने अपने प्लेटफ़ॉर्म को मोबाइल फ्रेंडली और उपयोग में आसान बनाया है। इसकी वेबसाइट को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि पाठक विभिन्न विषयों पर समाचार तक आसानी से पहुंच सकें।
सोशल मीडिया पर भी इसकी सक्रिय उपस्थिति है, जो इसे अधिक पाठकों तक पहुंचने और उनके साथ संवाद स्थापित करने में मदद करती है। इसके अलावा, यह प्लेटफ़ॉर्म पॉडकास्ट और वीडियो कंटेंट जैसे मल्टीमीडिया प्रारूपों को अपनाने की दिशा में भी कदम उठा रहा है।
5 भविष्य की योजनाएं और विस्तार
योनाएंजद ट्रेंडिंग पीपल्स आने वाले समय में अपनी सामग्री का विस्तार करने और क्षेत्रीय भाषाओं में अधिक कहानियां प्रकाशित करने की योजना बना रहा है। इसका लक्ष्य जलवायु परिवर्तन, सार्वजनिक स्वास्थ्य और ग्रामीण विकास जैसे विषयों पर गहराई से रिपोर्टिंग करना है।
इसके अलावा, प्लेटफ़ॉर्म का ध्यान भारत के विभिन्न क्षेत्रों की भाषाई विविधता को अपनाने पर है। क्षेत्रीय भाषाओं में समाचार प्रकाशित करके यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर पाठक अपनी भाषा में खबरें पढ़ सके। आने वाले समय में इस प्लेटफार्म को और भी प्रभावशाली बनाने के लिए टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाएगा और अधिक से अधिक युवा पत्रकारों को जोड़कर इसे एक व्यापक समुदाय का रूप दिया जाएगा। साथ ही, भविष्य में अधिक क्षेत्रीय भाषाओं में भी खबरें प्रस्तुत की जाएंगी ताकि देश के विभिन्न हिस्सों में लोगों तक सटीक जानकारी पहुँच सके।
द ट्रेंडिंग पीपल की सफलता इस बात का उदाहरण है कि यदि एक ठोस उद्देश्य और सकारात्मक दृष्टिकोण हो तो समाज में किसी भी प्रकार का बदलाव संभव है। शेरू फोटोग्राफर की यह पहल न केवल डिजिटल मीडिया में एक नई दिशा दे रही है, बल्कि यह भी साबित कर रही है कि आज भी सच्चाई और निष्पक्षता को प्रमुखता दी जा सकती है।
इस प्लेटफार्म का उद्देश्य न केवल जनता को जागरूक करना है बल्कि उन्हें यह प्रेरणा देना भी है कि वे अपने हक की आवाज उठाएं और समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करें। द ट्रेंडिंग पीपल जैसे डिजिटल मीडिया माध्यम हमारे समाज के लिए एक महत्वपूर्ण साधन बन सकते हैं, जो जनता की वास्तविक समस्याओं को उजागर करने में सहायक हों।