नई दिल्ली। अग्रणी ऊर्जा कंपनी सेम्बकॉर्प (Sembcorp) ने समुदाय विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के तहत, एक परिवर्तनकारी शिक्षा पहल की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों के छात्रों को सशक्त बनाना है। कंपनी द्वारा अपने परियोजना क्षेत्रों के आसपास समुदायों में की गई आवश्यकताओं की आकलन रिपोर्ट के आधार पर यह पहल शुरू की गई है। इसका उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुंच के ज़रिए छात्रों की सीखने की क्षमता को बेहतर बनाना और उनके लिए नए अवसर खोलना है।
ग्रामीण शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए, सेम्बकॉर्प ने MASTER इंटरऐक्टिव साइंसेज़ के सहयोग से गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के 10 सरकारी स्कूलों में आधुनिक STEM लैब्स की स्थापना की है। यह पहल कक्षा 5 से 10 तक के छात्रों को ध्यान में रखकर बनाई गई है, जिसका उद्देश्य है – वैज्ञानिक जिज्ञासा को बढ़ावा देना और अनुभवात्मक, हाथों से करके सीखने वाली शिक्षा के माध्यम से मज़बूत शैक्षणिक नींव तैयार करना।

प्रत्येक STEM लैब में विज्ञान और गणित के जटिल सिद्धांतों को सरल और रुचिकर बनाने के लिए 80 से अधिक इंटरएक्टिव मॉडल शामिल किए गए हैं।
एक सहभागी स्कूल के शिक्षक ने साझा किया, “हमारे स्कूल की STEM लैब ने पढ़ाई का माहौल पूरी तरह बदल दिया है। छात्र अब प्रयोग करके सीख रहे हैं और विज्ञान में मज़ा लेने लगे हैं। यह बदलाव केवल कक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि उससे भी आगे असर दिखा रहा है।”

यह पहल सेम्बकॉर्प की व्यापक शिक्षा-संबंधी पहलों का हिस्सा है, जिसमें हाल ही में राजस्थान, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और आंध्र प्रदेश के छह ग्रामीण स्कूलों का सौर ऊर्जा द्वारा विद्युतीकरण भी शामिल है। इस परियोजना से कक्षा में अबाधित पढ़ाई संभव हो सकी है, जिससे 2,500 से अधिक छात्र लाभान्वित हुए हैं।
एक छात्र ने उत्साहपूर्वक बताया, “अब जब हमारे पास STEM लैब है, तो हमें विज्ञान सीखने में आत्मविश्वास आता है। कठिन विषय भी अब आसान लगते हैं और पढ़ाई मजेदार हो गई है।”

पारंपरिक शिक्षा के साथ आधुनिक, प्रायोगिक लर्निंग टूल्स को जोड़ते हुए यह STEM पहल अब तक 3,000 से अधिक छात्रों को लाभ पहुंचा चुकी है, जिससे वे विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) में करियर बनाने की दिशा में प्रेरित हो रहे हैं।

सेम्बकॉर्प की STEM और सौर ऊर्जा परियोजनाओं ने मिलकर अब तक 5,500 से अधिक छात्रों के जीवन को सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है, और देश के विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा की नींव को मज़बूत किया है।
यह प्रयास शहरी और ग्रामीण शिक्षा के बीच की खाई को पाटने और युवाओं को ज्ञान-आधारित भविष्य के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।