हिन्दुस्तान जिंक की समाधान परियोजन के तहत् जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग के साथ मिलकर लंपी रोग की गंभीर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इसके प्रारंभ से ही पहल की गयी।
लंपी रोग के बचाव एवं प्रसार को रोकने लिये वेदांता समूह की सीसा, जस्ता और चांदी उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक द्वारा पशुधन को बचाने हेतु सहयोग किया गया। प्रदेश के 5 जिलों अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद और उदयपुर के 185 गांवों में पहल कर किट वितरण, फ्यूमिगेशन और जागरूकता अभियान से 1 लाख से अधिक पशु लाभान्वित हुए।
हिन्दुस्तान जिंक की समाधान परियोजन के तहत् जिला प्रशासन और पशुपालन विभाग के साथ मिलकर लंपी रोग की गंभीर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इसके प्रारंभ से ही पहल की गयी।
ऑन-ग्राउंड टीम ने सीक्स गोट पाॅक्स वैक्सीनेशन अभियान चलाया जो वायरस से बचाव में 100 प्रतिशत प्रभावी साबित हुए हैं। इसके अलावा, जिला पशु पालन विभाग के मार्गदर्शन में, शिविर आयोजित किए गए, जिसमें लगभग 185 गांवों में लगभग 23,000 घरों में साइपरमेथ्रिन और हाइपोक्लोराइट घोल का छिड़काव किया गया।
इसके अतिरिक्त, 24,000 से अधिक औषधीय किट वितरित किए गए और ग्रामीणों को मवेशियों पर वायरल संक्रमण के प्रभावों के बारे में ग्रामीणों को शिक्षित करने के लिए हिंदुस्तान जिंक के एफआईजी और एफपीओ के माध्यम से गांव स्तर पर लगभग 200 जागरूकता सत्र आयोजित किए गए।
समाधान परियोजना हिंदुस्तान जिंक के सीएसआर की पहल है जो 2016 से बायफ के सहयोग से संचालित की जा रही है। कृषि और पशुपालन के बारे में गुणवत्ता सहायता और जानकारी प्रदान कर इसके माध्यम से किसानों को लाभान्वित किया जा रहा है।
परियोजना एकीकृत कृषि प्रणालियों और पशुधन विकास के माध्यम से निर्धारित परिवारों के लिए स्थायी आजीविका सुनिश्चित करने का प्रयास करती है। हिंदुस्तान जिंक को एसएंडपी ग्लोबल प्लैट्स मेटल अवार्ड 2022 के कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी अवार्ड से सम्मानित किया गया है।
अंग्रेजी में पढ़े: CSR: Hindustan Zinc fights back the Scare of Lumpy Skin Disease through its ‘SAMADHAN’ Project