पढ़ेंगे बच्चे, तभी तो बढ़ेंगे बच्चे, ध्येय वाक्य के साथ वृन्दावन धाम में, सोल ऑफ़ ब्रज फेडरेशन की ओर से 50 शिक्षा किट वितरण की गयी।
सोल ऑफ़ ब्रज फेडरेशन के संस्थापक और निदेशक तरुण मिश्रा ने कहा, हमें बहुत की ख़ुशी हो रही है, की हमने शिक्षा के क्षेत्र में भी अपना योगदान देना शुरू कर दिया है, हम उन बच्चों से मिल रहे है, जिनके पास शिक्षा पाने के लिए कोई भी संसाधन नहीं है, इन बच्चों के परिवारजनों के पास सर छुपाने के लिए छत, खाने के लिए भोजन की कोई व्यवस्था नहीं है। इन्हें तत्काल सहायता की जरूरत है। वृन्दावन धाम में हमने अनेक बच्चों की पहचान की है जिन्हें शिक्षा के लिए तत्काल सहायता करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के बिना बच्चों का जीवन अधूरा है। शिक्षा बच्चों का जन्मसिद्ध अधिकार है। समाज का कर्तव्य है कि हम कमजोर समुदाय के बच्चों को शिक्षा के जरूरी साधन और संसाधन उपलब्ध कराएँ, ताकि वे पढ़-लिख सकें।
तरुण मिश्रा ने कहा कि इन बच्चों के बेहतर भविष्य के हमें ही पहल करनी होगी ताकि इनके जीवन को सही और बेहतर राह मिल सके। अगर समाज में इन नन्हे बच्चों को बेहतर सुविधाओं से वंचित रखा जायेगा तो, ये बच्चे बुरी संगति, बुरी आदतों में पड़ जायेंगे जो की हमारे समाज के लिए बहुत ही घातक सिद्ध हो सकता है।
तरुण मिश्रा ने ब्रजवासियों से अपील करते हुए कहा कि जब भी आपको कोई भी बच्चा सड़क पर भीख मांगता नज़र आये तो उससे बात जरूर कीजिये कि वो पढ़ना चाहता है कि नहीं, हो सकता है कि यह पहल उस बच्चे के जीवन में बदलाव ले आये।
शिक्षा कीट में कापी, किताबें, पेंसिल, ड्राइंग बुक आदि जरूरी पठनीय सामग्री का समावेश किया गया है।
इंडिया सीएसआर द्वारा भी ‘शिक्षा कीट’ परियोजना का सहयोग किया जा रहा है। इंडिया सीएसआर इस परियोजना में प्रमुख भागीदारी निभा रहा है।
इंडिया सीएसआर के प्रबंध संपादक रूसेन कुमार ने कहा कि हमें ब्रज में ऐसे बच्चों को पहचान करने की जरूरत है जो किसी भी कारणों से स्कूल नहीं जा पाते। उन तक सम्पर्क बनाकर उनसे बातचीत करके उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता है। शिक्षा कीट उनके मन में शिक्षा और ज्ञान की ज्योति जलाने में मददगार साबित होगी।
ब्रजधाम में गरीब बच्चों की मदद के लिये सोल ऑफ़ ब्रज फेडरेशन से ईमेल soulofbraj@gmail.com पर सम्पर्क किया जा सकता है।