उदयपुर। हिन्दुस्तान जिंक ने अपने सीएसआर (CSR) प्रतिबद्धा के अंतर्गत राजस्थान के कोटड़ा में 12000 विद्यार्थियों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की पहल की। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा ने इसे महत्वपूर्ण बताया। वे आदिवासी युवा महोत्सव और आदिवासी कल्याण दिवस का आयोजन करने का सुझाव देते हुए क्षेत्र के विकास की बात कर रहे थे। उन्होंने 10-10 करोड़ की लागत से कोटड़ा में स्थापित सीताफल एक्सीलेंस सेंटर और वन उपज एवं औषधीय एक्सीलेंस सेंटर की योजना की जानकारी दी।
हिन्दुस्तान जिंक ने कोटड़ा के 53 विद्यालयों में आरओ और यूवी वाटर फिल्टर स्थापित किये हैं। कंपनी की पहल से 12000 से अधिक लाभार्थियों को लाभ देने का प्रबंध किया गया है। यह पहल जल जनित बीमारियों की रोकथाम में महत्वपूर्ण साबित होगी।
हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, अरुण मिश्रा ने जल संरक्षण की प्रतिबद्धता पर बल दिया। कंपनी ने उदयपुर में अत्याधुनिक 60 एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना, ड्राई टेलिंग प्लांट की शुरूआत, जल संचयन संरचनाओं का कार्यान्वयन और संयंत्रों में शून्य तरल निर्वहन (Zero Discharge) की पहल की है। इनके अलावा, उन्होंने अपने संचालन के आस-पास के समुदायों में शुद्ध पेयजल के लिए आरओ और वाटर एटीएम स्थापित किए हैं।
अरुण मिश्रा ने कहा कि, “हिन्दुस्तान जिंक जल सरंक्षण की प्रतिबद्धता के तहत् जल की प्रत्येक बूंद को पुर्नउपयोग एवं शुद्ध कर सभी के लिये प्रगति, समृद्धि और सतत् भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता हैं। कोटड़ा में हमारे आने वाले कल के भविष्य निर्माताओं के लिये स्वस्थ और खुशहाल वर्तमान हेतु पहल हमारे लिये प्रसन्नता का पल है। सभी के लिए स्वच्छ जल की उपलब्धता हेतु प्रतिबद्धता को सुनिश्चित करते हुए हम इस ओर निरंतर अग्रसर है।”
(इंडिया सीएसआर हिंदी)