हिंदुस्तान जिंक की समाधान परियोजना में 5 एफपीओ द्वारा वित्त वर्ष 2022-2023 के लिए 1.99 करोड़ रुपये का रिकॉर्ड कारोबार
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड द्वारा बायफ के सहयोग से संचालित समाधान परियोजना के तहत् किसान उत्पादक संगठनों, एफपीओ की वार्षिक आम सभा आयोजित की गयी। घाटावाली माताजी किसान उत्पादक संगठन की सभा हिन्दुस्तान जिं़क की हेड सीएसआर अनुपम निधि, एसबीयू हेड देबारी जिं़क स्मेल्टर मानस त्यागी, पंचायत प्रतिनिधि बिछडी धर्मचंद, सीएसआर एवं बायफ टीम की उपस्थिती में आयोजित की गयी, बैठक में 120 किसानों ने भाग लिया। देबारी जिं़क स्मेल्टर के घाटावाली माताजी एफपीओ के 757 शेयरधारकों के शेयरधारक आधार के साथ, कुल 57 लाख से अधिक का टर्नओवर हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत एफपीओ के अध्यक्ष शंकरलाल मीणा एवं सचिव चुन्नीलाल पटेल ने सत्र में एफपीओ के दृष्टिकोण और मिशन का एक संक्षिप्त परिचय दिया, जिसमें वित्त वर्ष 2022-23 के लिए व्यावसायिक उपलब्धि पर प्रकाश डाला। साथ ही आगामी वित्त वर्ष 2023-24 के लिए एफपीओ बिजनेस प्लान, निदेशक चुनाव एवं बोनस शेयर वितरण पर भी चर्चा की गई। अंशधारकों को शेयर सर्टिफिकेट दिये गये एवं कृषि सेवा केंद्र से सर्वाधिक व्यापार करने वाले किसानों को पुरस्कृत किया गया।
कृषि और डेयरी उद्यमों की स्थापना
घाटावली माताजी फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी ने उदयपुर जिले के देबारी में कृषि सेवा केंद्र और गौयम डेयरी उद्यम की स्थापना की है। यह उद्यम देशी गायों का दूध एकत्र करता है और बिलोना घी, मक्खन दूध, दही, पनीर और खोया का उत्पादन करता है, जिसका विपणन गौयम ब्राण्ड से किया जाता है। डेयरी माइक्रो-एंटरप्राइज ने वित्त वर्ष 2022-2023 के दौरान 56.95 लाख रुपये का व्यवसाय किया। रामपुरा आगुचा की तांबावती नगरी एफपीओ द्वारा वित्त वर्ष 2022-23 में 60 लाख से अधिक का व्यवसाय किया। इसी प्रकार, जय चित्तौड़ फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड ने चित्तौड़गढ़ में मिनरल मिक्सचर का लघु उद्यम स्थापित किया है जो मिनरल मिक्सचर पशु आहार पूरक का उत्पादन करता है एवं वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 37.69 लाख रुपये का व्यवसाय किया है। समाधान, आजीविका सृजन के लिए एक एकीकृत सस्टेनेबल आजीविका परियोजना संयोजन बहु-क्षेत्रीय दृष्टिकोण है जिसका लक्ष्य सितंबर 2016 से दक्षिण राजस्थान के 5 जिलों को सम्मिलित करते हुए कृषि, पशुधन हस्तक्षेप और किसान उत्पादक संगठन के माध्यम से कृषक समुदायों के हित में सुधार करना है।
समाधान परियोजना: किसानों का सशक्तिकरण और विकास
समाधान परियोजना द्वारा कंपनी अधिनियम 2013 के तहत एफपीओ की स्थापना कर किसानों को सशक्त बनने की ओर अग्रसर है। ये संगठन कृषि आदानों की खरीद, उत्पादन, कटाई, ग्रेडिंग, एकत्रीकरण और कृषि उपज के विपणन में किसानों का सहयोग करते हैं। कार्यक्रम सामुदायिक संगठनों के पोषण और एफपीओ के नेतृत्व वाले विकास के माध्यम से बाजार आधारित पूर्व और बाद की सेवाएं प्रदान करने पर केंद्रित है। समाधान पहल के तहत, हिंदुस्तान जिंक ने 4 जिलों में 5 एफपीओ स्थापित किए हैं, जिससे 5300 से अधिक शेयरधारक लाभान्वित हुए हैं। वित्त वर्ष 2022-2023 में परिचालन शुरू करते हुए,एफपीओ ने शेयरधारक आधार और रुपये के कारोबार के साथ कुल 1.99 करोड़ के टर्नओवर की उल्लेखनीय उपलब्धी हासिल की जो की मील का पत्थर है।
किसानों को बाजार ज्ञान और बेहतर मूल्य निर्धारण में सहारा
एफपीओ के माध्यम से, किसानों को न केवल अपनी खेती की लागत के प्रबंधन में आशा की एक नई किरण मिली, बल्कि उन्हें बाजार की कीमतों के बारे में भी नियमित जानकारी मिलती रही और वे सामूहिक रूप से बाजार पहुंच और उत्पाद से संबंधित चुनौतियों पर काबू पाते हुए अपनी उपज बेचने के लिए बेहतर मूल्य निर्धारण निर्णय लेने में सक्षम हुए। ये उपलब्धियाँ राजस्थान में सस्टेनेबल कृषि पद्धतियों को बढ़ावा देने और किसानों की आजीविका बढ़ाने में हिंदुस्तान जिंक और उसके भागीदारों के समर्पण को दर्शाती हैं। समाधान कार्यक्रम समुदायों को सशक्त बनाने और क्षेत्र में कृषि के लिए एक उज्जवल भविष्य के निर्माण में प्रगति की ओर बढ़ रहा है।