RSLDC और AAF के बीच सहयोग नंद घर आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षण केंद्रों का एक नेटवर्क बनाना चाहता है, जो कौशल विकास और उद्यमिता प्रशिक्षण के लिए हब के रूप में काम करेगा।
जोधपुर, राजस्थान। राजस्थान कौशल और आजीविका विकास निगम (RSLDC) और अनिल अग्रवाल फाउंडेशन (AAF) द्वारा जोधपुर में आयोजित मेगा जॉब फेयर के दौरान कौशल, रोजगार और उद्यमिता मंत्री, राजस्थान सरकार, श्री अशोक चाँदना की उपस्थिति में नंद घर महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम को बढ़ाने में सहयोग करने के लिए एक MoU पर हस्ताक्षर किए हैं । MoU दोनों संगठनों के बीच रणनीतिक साझेदारी का एक अवसर है।
वेदांता के सहयोग से AAF द्वारा पहले ही भारत के 14 राज्यों में 4,500 से अधिक आंगनवाड़ी केंद्रों का नंद घरों के रूप में विकसित किया गया है। इसके अतिरिक्त, AAF ने राज्य में 25,000 आंगनवाड़ी केंद्रों को नंद घरों में अपग्रेड करने के लिए राजस्थान सरकार के साथ MoU पर भी हस्ताक्षर किए हैं।
वर्तमान MoU के तहत, RSLDC नंद घर, जिसका उद्देश्य पूरे भारत में महिलाओं और किशोरियों का उत्थान करना है, के लाभार्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए सहायता प्रदान करेगा । इस हेतु RSLDC विभिन्न उद्यमिता विकास कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित करते हुए प्रशिक्षित महिलाओं किशोरी बालिकाओं के लिए कौशल और आजीविका प्रशिक्षण, प्रमाणन और प्लेसमेंट सहायता प्रदान करेगा।
RSLDC और AAF के बीच सहयोग नंद घर आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षण केंद्रों का एक नेटवर्क बनाना चाहता है, जो कौशल विकास और उद्यमिता प्रशिक्षण के लिए हब के रूप में काम करेगा। इस साझेदारी का उद्देश्य AAF द्वारा प्रेरित की गई महिलाओं और किशोरी बालिकाओं को आजीविका के अवसरों को बढ़ाने के लिए आवश्यक कौशल और संसाधन प्रदान करके उन्हें आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनाकर सशक्त करना है ।
दोनों पक्ष अच्छे विश्वास के साथ मिलकर काम करने और परियोजना के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इन संयुक्त प्रयासों से क्षेत्र में महिलाओं और किशोरियों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है। यह MoU 24 महीने के लिए प्रभावी होगा और आपसी समझौते के आधार पर इसे आगे बढ़ाया जा सकता है।
महिलाओं को सशक्त बनाने और राजस्थान में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है।
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के बारे में
अनिल अग्रवाल फाउंडेशन वेदांता की सामुदायिक और सामाजिक पहलों के लिए एक इकाई है। फाउंडेशन के फोकस क्षेत्र हेल्थकेयर, महिला और बाल विकास, पशु कल्याण परियोजनाएं और खेल योजनाएं सम्मिलित हैं। अनिल अग्रवाल फाउंडेशन का उद्देश्य स्थायी और समावेशी विकास के माध्यम से समुदायों को सशक्त बनाना और राष्ट्र निर्माण की सुविधा प्रदान करना है।
नंद घर के बारे में
प्रमुख सामाजिक प्रभाव परियोजना- नंद घर, वेदांता की परोपकारी शाखा अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के तहत देश की आंगनवाड़ी पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने की दिशा में काम करने वाली एक मॉडल परियोजना है। 4500+ नंद घर पूरे भारत के 14 राज्यों में उपस्थिति के साथ परिवर्तन और सतत विकास के प्रवर्तक हैं और वर्तमान में 1.8 लाख से अधिक बच्चों और 1.35 लाख महिलाओं को प्रभावित कर रहे हैं।
नंद घर 24×7 बिजली, जल शोधक, स्वच्छ शौचालय और स्मार्ट टेलीविजन सेट सुनिश्चित करने के लिए सौर पैनलों से लैस हैं और स्थानीय समुदायों के लिए एक मॉडल संसाधन केंद्र बन गए हैं। 3-6 वर्ष की आयु के बच्चों को प्री-स्कूल शिक्षा प्रदान की जाती है। यहाँ बच्चों, गर्भवती और धात्री महिलाओं के लिए पौष्टिक भोजन और घर ले जाने के लिए राशन उपलब्ध कराया जाता है । पोषण में इसका पायलट वाराणसी के तीन केंद्रित ब्लॉकों में 1400 आंगनवाड़ियों में प्रतिदिन 50,000 बच्चों को पोषक-बार (Nutrition Bar) प्रदान करता है। साथ ही मोबाइल स्वास्थ्य वैन और टेलीमेडिसिन सेवाओं के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जाती हैं, कौशल और उद्यम विकास के माध्यम से महिलाओं को सशक्त बनाया जाता है।