इस सत्र में फेलोशिप मॉडल के तहत पायलट के रूप में भी 10 स्कूलों को जोडा गया है। इसके माध्यम से कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों को हिंदी व अंग्रेजी तथा गणित विषय में मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा शिक्षा संबंल कार्यक्रम के तहत् विद्या भवन सोसायटी उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में उदयपुर, राजसमंद, चित्तौडगढ़, भीलवाड़ा और अजमेर में शीतकालीन शैक्षिक शिविरों का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के तहत् 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक चलाये जा रहे शिविरों में 66 स्कूलों के 10वीं एवं 12वीं के 1600 से अधिक बच्चें लाभान्वित हुए। इन बच्चों के विज्ञान, गणित और अंगे्रजी विषयों में उन्हें विषय विशेषज्ञों द्वारा निःशुल्क कोचिंग प्रदान की गयी। छात्रों को छोटे छोटे समूहों में कोचिंग दी गयी, जिनमें विषय विशेषज्ञ द्वारा व्यक्तिगत ध्यान दिया गया। इन शिविरों में सेल्फ रिडिंग और ग्रुप डिस्कशन को बढ़ावा दे कर उन्हें विषयों में स्वरूचि और बोर्ड परिक्षाओं हेतु तैयारी करवाई गयी।
इन शिविरों में कक्षा 12वीं के छात्रों को विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर एवं अन्य विषय विशेषज्ञों द्वारा भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और गणित के सैद्धांतिक और व्यावहारिक ज्ञान प्रदान किया गया। कक्षा दसवीं के लिए आयोजित शिविरों में विज्ञान,गणित और अंग्रेजी में वर्कशीट एवं माॅडल पेपर का उपयोग कर उन्हें आगामी परीक्षा की तैयारी करवाई गयी। शिविरों मंे विषय विशेषज्ञ, देश के विभिन्न हिस्सों से आये 65 वाॅलेन्टियर एवं 15 रिसोर्स पर्सन ने विद्या भवन के माध्यम अपनी सेवाएं दी।
हिन्दुस्तान जिंक के शिक्षा संबंल कार्यक्रम के तहत विद्या भवन सोसायटी उदयपुर द्वारा राजस्थान के 5 जिलों में 66 राजकीय माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में परिणाम सुधार हेतु शैक्षिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। शिक्षा संबल कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों की अवधारणात्मक समझ को बढ़ाना तथा बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम हासिल करना है। इसके तहत विज्ञान, गणित व अंग्रेजी विषय में कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थियों को लाभान्वित किया जा रहा है।
इस सत्र में फेलोशिप मॉडल के तहत पायलट के रूप में भी 10 स्कूलों को जोडा गया है। इसके माध्यम से कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों को हिंदी व अंग्रेजी तथा गणित विषय में मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है। शिक्षा संबल कार्यक्रम से 66 राजकीय उच्च माध्मिक विद्यालय के 7000 से अधिक विद्यार्थी प्रतिवर्ष लाभान्वित हो रहे हैं।