इंडिया सीएसआर हिंदी सेमाचार सेवा । 17 जुलाई 2022
एलआईसी यानी जीवन बीमा निगम सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे बड़ी बीमा संगठन है। यह कहना उचित होगा कि एलआईसी सामाजिक सेवा क्षेत्र का एक बड़ा खिलाड़ी है। एलआईसी ने बताया कि वर्ष 2021 के 31 मार्च तक जीवन बीमा निगम ने एलआईसी गोल्डन जुबली फाउंडेशन ट्रस्ट को 244 करोड़ रुपये के कार्पस की आपूर्ति की है। इसके साथ ही अर्जित ब्याज को फाउंडेशन द्वारा विभिन्न परोपकारी कार्यक्रमों में लगाने के लिए दान किया है।
एलआईसी स्वर्ण जयंती फाउंडेशन को दिए 244 करोड़ रुपये
एलआईसी गोल्डन जुबली फाउंडेशन की स्थापना एलआईसी की सामुदायिक सेवा पहल के लिए वर्ष 2006 में कई गई थी। फाउंडेशन का कार्य पीड़ित मानवता की सेवा, शैक्षणिक उन्नति, चिकित्सकीय राहत कार्य तथा जन हित के कार्य करना है।
244 करोड़ रुपये का कार्पस (कोष)
एलआईसी ने बताया कि वर्ष 2021 के 31 मार्च तक जीवन बीमा निगम ने एलआईसी गोल्डन जुबली फाउंडेशन ट्रस्ट को 244 करोड़ रुपये के कार्पस की आपूर्ति की है। इसके साथ ही अर्जित ब्याज को फाउंडेशन द्वारा विभिन्न परोपकारी कार्यक्रमों में लगाने के लिए दान किया है।
589 सेवा परियोजनाएँ
एलआईसी ने वर्ष 2020-21 के वार्षिक रिपोर्ट में बताया था कि उसने एलआईसी गोल्डन जुबली फाउंडेशन स्थापना से अब तक फाउंडेशन ने निर्धारित उद्देश्यों की पूर्ति के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में कार्य कर रहे गैर-सरकारी संगठनों अथार्त एनजीओ को पूरे देश में स्थित 108.37 करोड़ रुपये लागत वाली 589 परियोजनाओं के माध्यम से सहायता प्रदान की थी।
एलआईसी गोल्डन ज्युबिली छात्रवृत्ति योजना
फाउंडेशन की एक महत्वकांक्षी योजना है – एलआईसी गोल्डन ज्युबिली छात्रवृत्ति योजना। इसके अंतर्गत समाज के आर्थिक दृष्टि से कमजोर वर्गों के विद्यार्थियों को उनके स्नातक अथवा व्यावसायिक पाठ्यक्रमों तक की उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रतिवर्ष छात्रवृत्तियाँ प्रदान की जाती हैं।
बताया गया है कि फाउंडेशन द्वारा छात्रवृत्ति योजना को एलआईसी जीरेएफ छात्रवृ्त्ति 2020 के माध्यम से आर्थिक दृष्टि से कमजोर वर्ग के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए 20 हजार रुपये प्रति छात्र प्रति वर्ष दी गई है।
छात्रवृत्ति से 17319 छात्रों को लाभ पहुँचाया
इसी तरह ही बालिकाओं के लिए 10 हजार रुपये प्रति वर्ष की विशेष छात्रवृत्ति हायर सेकेंडरी शिक्षा के लिए शुरू की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 2020-21 में 7333 छात्रों के लिए 4.50 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की गई थी। इस योजना से 31 मार्च 2020 तक 17319 छात्रों को लाभ पहुँचाया गया था।
(इंडिया सीएसआर हिंदी सेमाचार सेवा)