- हरित कल के लिए शिक्षा व उद्योग के अंतर्संबंध पर एक सहयोग
- पर्यावरणीय समाधान व आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए विशेषज्ञता और संसाधनों का उपयोग करना
रूड़की, भारत: राष्ट्रीय महत्व के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रूड़की (आईआईटी रूड़की) एवं अग्रणी इंजीनियरिंग, प्रौद्योगिकी व टोटल एनर्जी कंसल्टेंसी कंपनी इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) के बीच एक ऐतिहासिक सहयोग स्थापित किया गया है। इस ऐतिहासिक साझेदारी का उद्देश्य हरित प्रौद्योगिकियों के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में नवाचार और उन्नत अनुसंधान को बढ़ावा देना है, जो वैज्ञानिक उत्कृष्टता की खोज में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की एवं ईआईएल के बीच हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन (एमओयू) अनुसंधान-संबंधी गतिविधियों में सहयोग के लिए एक व्यापक ढांचे की रूपरेखा तैयार करता है। अपनी-अपनी विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठाते हुए, दोनों संगठन अत्याधुनिक अनुसंधान पहलों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सहयोगी परियोजनाओं को शुरू करने के लिए तैयार हैं।
इस सहयोग में सबसे आगे स्थिरता व संसाधन उपयोग के प्रति एक संयुक्त प्रतिबद्धता है। अन्वेषण के लिए पहचाने गए प्रमुख अनुसंधान क्षेत्रों में कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) को मूल्यवान रसायनों में परिवर्तित करने के नवीन तरीके शामिल हैं, जो आर्थिक अवसरों को अनलॉक करते हुए ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करने के प्रति समर्पण प्रदर्शित करते हैं। इसमें सिनगैस का उत्पादन करने के लिए मीथेन के त्रि-सुधार, ओलेफिन और मेथनॉल में सीओ2 के उत्प्रेरक रूपांतरण और लिग्नोसेल्यूलोसिक बायोमास को उच्च मूल्य वाले रसायनों में परिवर्तित करने के लिए उत्प्रेरक प्रक्रियाओं के विकास में अग्रणी प्रयास भी शामिल हैं। यह प्रयास पर्यावरणीय प्रबंधन एवं एक गोलाकार, हरित और जैव-आधारित अर्थव्यवस्था की ओर परिवर्तन के प्रति दोनों संगठनों की गहन प्रतिबद्धता का संकेत देते हैं।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की एवं ईआईएल के बीच यह सहयोग स्थायी नवाचार की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतीक है। साथ में, साझेदारी पर्यावरणीय चुनौतियों से निपटने और हरित व अधिक समृद्ध भविष्य के लिए अग्रणी समाधानों के लिए सामूहिक विशेषज्ञता और संसाधनों का लाभ उठाती है। शक्तियों और उत्कृष्टता के प्रति साझा प्रतिबद्धता के संयोजन से, यह सहयोग प्रभावशाली परिवर्तन लाने और आने वाली पीढ़ियों के लिए स्थिरता की एक स्थायी विरासत बनाने के लिए तैयार है।
यह साझेदारी शैक्षणिक उत्कृष्टता व उद्योग कौशल के मिश्रण का प्रतीक है, जो वैश्विक प्रासंगिकता के साथ प्रभावशाली समाधान देने के लिए तैयार है। इस सहयोग के माध्यम से, दोनों संस्थाओं का लक्ष्य नवीकरणीय ऊर्जा, सतत विकास एवं पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में गंभीर चुनौतियों का समाधान करना है।
इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल), नई दिल्ली की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुश्री वर्तिका शुक्ला ने सहयोग के महत्व पर जोर देते हुए कहा, “हम आईआईटी रूड़की के साथ इस रणनीतिक साझेदारी को शुरू करके रोमांचित हैं। अपने संगठनों की सामूहिक शक्तियों का उपयोग करके, हमारा लक्ष्य नवाचार को बढ़ावा देना और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास में महत्वपूर्ण योगदान देना है।”
सहयोग के बारे में बोलते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की के निदेशक प्रो. केके पंत ने कहा: “सहयोग नवाचार के केंद्र में है, और इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड के साथ हमारी साझेदारी वैज्ञानिक उत्कृष्टता की दिशा में हमारी यात्रा में एक महत्वपूर्ण क्षण का प्रतिनिधित्व करती है। साथ मिलकर, हम नई संभावनाओं को खोलने, सीमाओं को आगे बढ़ाने और ऐसे समाधान बनाने के लिए तैयार हैं जो आने वाली पीढ़ियों के लिए एक उज्जवल, अधिक टिकाऊ भविष्य को आकार देंगे।”
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रूड़की व ईआईएल के बीच समझौता ज्ञापन सहयोगात्मक अनुसंधान, ज्ञान विनिमय और पारस्परिक विकास की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। यह एक गतिशील साझेदारी के लिए मंच तैयार करता है जो नवाचार की सीमाओं को आगे बढ़ाने और विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति में योगदान देने का वादा करता है।
अंग्रेजी में पढ़ें: IIT Roorkee and EIL Forge Strategic Partnership to Advance Research and Innovation