नई दिल्ली। भारत की एकमात्र और विश्व में शीर्ष पांच सिल्वर उत्पादकों में से एक हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड को राजस्थान के उदयपुर में आयोजित इंडिया सिल्वर कॉन्फ्रेंस 2025 के तीसरे संस्करण में भारत की सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड सिल्वर मैन्यूफैक्चरर कंपनी 2024 के प्रतिष्ठित खिताब से सम्मानित किया गया। यह सम्मान हिन्दुस्तान जिंक के रणनीतिक फोकस और परिचालन उत्कृष्टता का प्रमाण है, जो कंपनी को क्लीन एनर्जी ट्राजिंशन को बढ़ावा देने वाली इस कीमती धातु की बढ़ती मांग को पूरा करने में सक्षम बनाता है। सम्मान प्राप्त करने के साथ-साथ, कंपनी की प्रदर्शनी में लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन द्वारा प्रमाणित 99.99 प्रतिशत शुद्धता वाले 30 किलोग्राम और 1 किलोग्राम चांदी के बार शामिल थे, साथ ही गैलेना का प्रदर्शन भी किया गया। यह वह अयस्क है जिससे चांदी का उत्पादन होता है, जिसे कंपनी की राजस्थान में सिंदेसर खुर्द खदान से प्राप्त किया जाता है। सिंदेसर खुर्द खदान को विश्व में शीर्ष पाँच चांदी उत्पादक खदानों में से एक होने का गौरव प्राप्त है।
सम्मेलन की शुरुआत हिन्दुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा के उद्बोधन से हुई, जिसमें मांग की मजबूती और भविष्य की रणनीतियों पर उच्च-क्षमता हेतु विचार-विमर्श के बारे में बात की गयी। चांदी, एक प्रमुख एनर्जी ट्राजिंशन मेटल है, जो सौलर एनर्जी और हाई एण्ड इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, नैनोटेक्नोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी, आभूषण और चांदी के बर्तनों तक उद्योगों के व्यापक स्पेक्ट्रम में अपरिहार्य है। बेहतर कंडक्टिवीटी और एंटीमाइक्रोबियल विशेषताओं के साथ, चांदी सौर फोटोवोल्टिक्स, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, मेडिकल डायग्नोस्टिक्स और स्मार्ट उपभोक्ता उपकरणों तक फैली अगली पीढ़ी की तकनीकों के केंद्र में है। हिन्दुस्तान जिंक इस बढ़ती वैश्विक मांग को पूरा करने के लिए तैयार है। 2002 में सरकार द्वारा कंपनी के विनिवेश और उसके बाद वेदांता द्वारा अधिग्रहण के बाद से, कंपनी ने चांदी के उत्पादन में 20 गुना की अभूतपूर्व वृद्धि हासिल की है, जो कि भारत के सबसे सफल विनिवेश में से एक है। वेदांता के अधिग्रहण से पहले, हिन्दुस्तान जिंक बहुत कम मात्रा में चांदी का उत्पादन कर रहा था और भारत मुख्य रूप से चांदी के लिए आयात पर निर्भर था।
काॅन्फ्रेन्स में हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा कि, “हिन्दुस्तान जिंक में, हम चांदी के उत्पादन में वैश्विक अग्रणी होने पर बहुत गर्व महसूस करते हैं। हमारी रणनीतिक स्थिति से हम इस बहुमुखी धातु की बढ़ती मांग को पूरा करने में सक्षम है। चांदी की कीमतों के ऐतिहासिक ऊंचाइयों को छूने के साथ, यह मेटल क्लीन एनर्जी ट्राजिंशन में एक महत्वपूर्ण प्रवर्तक के रूप में उभरी है। उत्तराखंड में हमारी पंतनगर इकाई में रिफाइंड हमारी चांदी 100 प्रतिशत रिन्यूएबल एनर्जी के उपयोग से उत्पादित की जाती है, जो सस्टेनेबल और जिम्मेदार उत्पादन के लिए हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करती है।”
इस वर्ष काॅन्फ्रेंस में उद्योग के प्रतिनिधियों और हितधारकों ने चांदी के पारिस्थितिकी तंत्र को आकार देने वाली विकसित वृहद आर्थिक धाराओं पर विचार-विमर्श किया। कार्यक्रम में पैनल चर्चा में हिन्दुस्तान जिंक के चीफ मार्केटिंग एण्ड सेल्स आॅफिसर विजय मूर्ति ने महत्वपूर्ण क्षेत्रों में चांदी की बढ़ती प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। हिन्दुस्तान जिंक के पेवेलियन की थीम एट द कोर आफॅ द क्लीन एनर्जी थी। यह कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था जहां अभिनव प्रस्तुति के लिए सभी ने उसे सराहा। खासतौर पर इमर्सिव 3डी अनुभव बूथ जिसने भीलवाड़ा, राजस्थान में विश्व के सबसे बड़े अंडरग्राउण्ड जिंक माइनिंग और चित्तौड़गढ़, राजस्थान में दुनिया की सबसे लेड जिंक स्मेल्टर का वर्चुअल ट्यूर कराया।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा उत्पादित 30 किलोग्राम और 1 किलोग्राम चांदी बार के साथ-साथ चांदी का पाउडर उपलब्ध है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित और उच्चतम वैश्विक मानकों का पालन करता हैं। कंपनी के पंतनगर मेटल प्लांट को लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन द्वारा जिम्मेदार सिल्वर गाइडेंस फ्रेमवर्क के तहत मान्यता प्राप्त है, जो नैतिक सोर्सिंग, उन्नत उत्पादन तकनीकों और एक स्थायी मूल्य श्रृंखला के लिए हिन्दुस्तान जिंक की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। चांदी उत्पादन में विश्व की अग्रणी कंपनियों में से एक होने के साथ-साथ, हिन्दुस्तान जिंक अपनी सस्टेनेबल प्रथाओं के लिए भी प्रमुख पहचान रखता है। एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2024 द्वारा विश्व की सबसे सस्टेनेबल मेटल और माइनिंग कंपनी के रूप में मान्यता प्राप्त, हिन्दुस्तान जिंक ने पर्यावरण और सामाजिक प्रबंधन के लिए उद्योग के मानक स्थापित किए हैं।
वेदांता समूह की कंपनी हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड विश्व की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक है और वैश्विक स्तर पर शीर्ष 5 चांदी उत्पादकों में से एक है। कंपनी 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है और भारत में प्राथमिक जिंक बाजार में लगभग 77 प्रतिशत हिस्सेदारी रखती है। कंपनी ने इकोजेन भी लॉन्च किया, जो एशिया का पहला कम कार्बन ग्रीन जिंक ब्रांड है, जिसे रिन्यूएबल एनर्जी से उत्पादित किया जाता है। हिन्दुस्तान जिंक प्रमाणित 2.41 गुना वाटर-पॉजिटिव कंपनी भी है और 2050 या उससे पहले नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। एनर्जी ट्राजिंशन मेटल कंपनी के रूप में, हिन्दुस्तान जिंक सस्टेनेबल भविष्य के लिए आवश्यक महत्वपूर्ण धातुएं प्रदान कर रहा है।
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