उदयपुर। खान सुरक्षा महानिदेशालय उत्तर पश्चिमी अंचल, उदयपुर के तत्वाधान मे हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड के राजपुरा दरीबा RRRT परिसर व एसके भूमिगत खदान में इंट्रा जोनल माइन रेस्क्यू प्रतियोगिता 2024 का पारितोषिक वितरण समारोह सफलता पूर्वक दिनांक 01.10.2024 को आयोजित किया गया। इस प्रतियोगिता के लिए दिनांक 29.09.2024, 30.09.2024 व 01.10.2024 को सभी कैटेगरी की प्रतियोगिता आयोजित हुई, इस प्रतियोगिता मे हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड व हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की विभिन्न खदानों से 10 रेस्क्यू टीम ने भाग लिया जिसमें दो महिला टीम भी शामिल है। दिनांक 01.10.2024 को राजपुरा दरीबा मे हुए पारितोषिक वितरण समारोह मे मुख्य अतिथि श्री आर टी मांडेकर उपमहानिदेशक, उत्तर पश्चिमी अंचल उदयपुर तथा गेस्ट ऑफ ऑनर श्री अरुण मिश्रा सीईओ हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड थे तथा अन्य अतिथि डीजीएमएस के निदेशक व उपनिदेशक रहे। इस प्रतियोगिता में रामपुर आगुजा खदान ओवरऑल प्रथम, एस के खदान ओवरऑल द्वित्तीय तथा एचज़ेडएल महिला टीम ओवरऑल तृतीय स्थान पर रहे।
प्रतियोगिता ने वास्तविक जीवन की परिस्थितियों में आपातकालीन तैयारी पर ध्यान केंद्रित किया और इसमें 10 टीमों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। इंट्रा-जोनल माइन रेस्क्यू प्रतियोगिता का उद्देश्य टीमों को आपात स्थितियों में प्रतिक्रिया देने के लिए आवश्यक कौशल से लैस करना है, जिससे सहयोग को बढ़ावा मिलता है और एक मजबूत खनन समुदाय का निर्माण होता है। हिंदुस्तान जिंक की रामपुरा आगुचा पुरुष टीम ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जबकि कंपनी की सिंदेसर खुर्द पुरुष टीम ने उपविजेता स्थान रही। प्रतियोगिता में पुरुष और महिला टीमों के लिए अलग-अलग श्रेणियाँ थीं, जिनमें ताजे वायु बेस ड्रिल, भूमिगत खानों में बचाव और पुनर्प्राप्ति ऑपरेशंस, सैद्धांतिक आकलन, प्राथमिक उपचार, और वैधानिक परीक्षाएँ शामिल थीं। इन गतिविधियों ने प्रतिभागियों की शारीरिक सहनशक्ति और महत्वपूर्ण स्थितियों को संभालने के लिए मानसिक तैयारी को परखा।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि श्री आर.टी. मंडेकर, उप निदेशक, डीजीएमएस, उत्तर-पश्चिम क्षेत्र, और हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा की उपस्थिति रही। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के अनुरोध पर हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड का अपना रेस्क्यू स्टेशन के लिए श्री अरुण मिश्रा, सीईओ द्वारा रेस्क्यू स्टेशन जल्द ही बनाने की घोषणा की गई | उन्होंने कहा कि “हिंदुस्तान जिंक द्वारा आयोजित माइन रेस्क्यू प्रतियोगिता ने खनन उद्योग के पहले उत्तरदाताओं के असाधारण कौशल और समर्पण को प्रदर्शित किया है। प्रतिभागियों ने आपात स्थितियों को संभालने में उच्च स्तर की तैयारी और कौशल प्रदर्शित किया है। महिलाओं की टीमों की बढ़ती भागीदारी देखना उत्साहजनक है, जो हिंदुस्तान जिंक द्वारा शुरू किया गया अभियान खनन क्षेत्र में लैंगिक समानता को बढ़ावा दे रहा है। सुरक्षा और समावेशिता की संस्कृति को बढ़ावा देकर, हम खनन उद्योग के लिए एक उज्जवल और अधिक सस्टेनेबल भविष्य सुनिश्चित कर रहे हैं।”
हिंदुस्तान जिंक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि सुरक्षा हमारे खनन संचालन की प्राथमिकता है। हमारे संचालन में बेहतरीन सुरक्षा प्रौद्योगिकियाँ हैं जो कार्यस्थल पर सुरक्षा-प्रथम प्रथाओं को याद दिलाती हैं और उन्हें मजबूत करती हैं। मैं इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान प्राप्त करने के लिए हमारी दोनों टीमों पर गर्व करता हूँ। यह आयोजन केवल प्रतियोगिता के लिए नहीं है; यह आपातकालीन तैयारी को समझने और संचालन में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मजबूत प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए है।”
प्रतियोगिता को उद्योग के विशेषज्ञों और अधिकारियों द्वारा सराहना मिली, जिसने खनन क्षेत्र में हिंदुस्तान जिंक की सुरक्षा और सशक्तीकरण में नेतृत्व को दर्शाया। कंपनी लगातार सुरक्षा वातावरण को बढ़ाने के लिए कार्यरत है, जिसके परिणामस्वरूप देश का पहला भूमिगत प्राथमिक उपचार स्टेशन और कंपनी की पहली पूरी महिला माइन रेस्क्यू टीम कीस्थापित हुई है। हिंदुस्तान जिंक और भारत की पहली सभी महिला माइन रेस्क्यू टीम ने हाल ही में कोलंबिया में आयोजित 13वी अंतर्राष्ट्रीय माइन रेस्क्यू प्रतियोगिता में महिलाओं की कार्यबल श्रेणी में दूसरा स्थान प्राप्त किया।
हिंदुस्तान जिंक सुरक्षा और लैंगिक समावेशिता को बढ़ावा देने में मानक स्थापित करना जारी रखता है, जिससे उद्योग के लिए एक उज्जवल, सुरक्षित और अधिक समान भविष्य सुनिश्चित हो सके।
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