रायगढ़। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (डीएमएफ) के तहत 28.95 करोड़ रुपये की लागत से चल रहे विकास कार्य जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जन सुविधाओं को नया आयाम दे रहे हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य और सड़क जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के लिए यह राशि एक गेम-चेंजर साबित हो रही है। यह पहल न केवल बुनियादी ढांचे को मजबूत कर रही है, बल्कि स्थानीय समुदायों के जीवन को बेहतर बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
रायगढ़ में 28.95 करोड़ के डीएमएफ प्रोजेक्ट्स
मुख्य तथ्य | विवरण |
---|---|
डीएमएफ कुल निवेश | 28.95 करोड़ रुपये |
मुख्य क्षेत्र | सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य |
सड़क निर्माण में निवेश | 15 करोड़ रुपये |
स्वीकृत सड़क परियोजनाएं (7) | लैलूंगा, तमनार, पतरापाली-बरकसपाली, घरघोड़ा, धरमजयगढ़, सेमीपाली-कोंध्रा, खरसिया |
कुल सड़क लंबाई | लगभग 23.1 किमी |
सड़क परियोजनाओं का प्रभाव | संपर्क, स्थानीय व्यापार, कृषि और आपात सेवाओं में सुधार |
शिक्षा क्षेत्र में निवेश | 6.01 करोड़ रुपये |
नए स्कूल भवन (8) | तमनार, खरसिया और रायगढ़ में |
प्रत्येक स्कूल भवन लागत | 75.23 लाख रुपये |
अतिरिक्त कक्ष निर्माण का निवेश | 1.88 करोड़ रुपये (तमनार, पुसौर, डोंगीतराई में अतिरिक्त कक्ष) |
स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश | 6 करोड़ रुपये |
कायाकल्प किए गए स्वास्थ्य केंद्र | 137 |
प्रमुख क्षेत्रवार आवंटन | रायगढ़ (1.24 करोड़ रुपये), धरमजयगढ़ (1.08 करोड़ रुपये), लैलूंगा (99.65 लाख रुपये) आदि |
स्वास्थ्य सेवाओं का प्रभाव | ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं का उन्नयन |
कुल प्रभाव | सामाजिक ढांचे में सुधार, ग्रामीण-शहरी अंतर में कमी |
प्रशासन का लक्ष्य | समय पर कार्य पूर्ण करना और भविष्य में डीएमएफ का जनकल्याण में उपयोग |
15 करोड़ रुपये: ग्रामीण सड़कों का कायाकल्प
डीएमएफ फंड के तहत 15 करोड़ रुपये की भारी-भरकम राशि ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क निर्माण के लिए आवंटित की गई है। ये सड़कें जिले के दूरदराज के इलाकों में आवागमन को सुगम बनाएंगी, जिससे स्थानीय व्यापार, कृषि और आपातकालीन सेवाओं तक पहुंच आसान होगी। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाय) के तहत सात सड़क परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिनमें शामिल हैं:
- लैलूंगा: गहना झरिया से लभनीपारा (3.60 किमी, 2.22 करोड़ रुपये)।
- तमनार: अमलीढोढा से समकेरा गौरबहरी (3.60 किमी, 1.80 करोड़ रुपये)।
- पतरापाली-बरकसपाली: 1.60 किमी, 1.44 करोड़ रुपये।
- घरघोड़ा: तुमीडीह से छर्राटांगर (4.30 किमी, 3.08 करोड़ रुपये)।
- धरमजयगढ़: ससकोबा से पाराघाटी (4 किमी, 2.69 करोड़ रुपये)।
- सेमीपाली-कोंध्रा: 4 किमी, 2.31 करोड़ रुपये।
- खरसिया: खडग़ांव से गोड़पार बस्ती (2 किमी, 1.49 करोड़ रुपये)।
इन सड़कों का निर्माण ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति देगा और स्थानीय निवासियों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगा।
6.01 करोड़ रुपये: शिक्षा के लिए नए स्कूल भवन
शिक्षा के क्षेत्र में डीएमएफ फंड से 6.01 करोड़ रुपये की लागत से आठ भवन-विहीन स्कूलों के लिए नए भवन बनाए जा रहे हैं। प्रत्येक स्कूल भवन की लागत 75.23 लाख रुपये है, और इनमें शामिल हैं तमनार के हाई स्कूल जिवरी, सामारुमा, महलोई, दक्षिण रेगांव, खरसिया के तेली पाली, पुसल्दा, और रायगढ़ के समपई और रेगड़ा। इसके अलावा, 1.88 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि से तमनार के बडग़ांव और कचकोबा में 10 कक्ष, पुसौर के स्वामी आत्मानंद विद्यालय में 6 कक्ष (48.40 लाख रुपये), और डोंगीतराई में अतिरिक्त कक्ष (70 लाख रुपये) बनाए जाएंगे। यह निवेश शिक्षा को सुलभ और गुणवत्तापूर्ण बनाएगा।
6 करोड़ रुपये: 137 स्वास्थ्य केंद्रों का उन्नयन
स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए 6 करोड़ रुपये की लागत से जिले के 137 स्वास्थ्य केंद्रों का कायाकल्प किया जा रहा है। इस राशि से भवनों की मरम्मत और सुविधाओं का विस्तार होगा। क्षेत्रवार आवंटन इस प्रकार है:
- रायगढ़: 24 केंद्र, 1.24 करोड़ रुपये।
- धरमजयगढ़: 20 केंद्र, 1.08 करोड़ रुपये।
- लैलूंगा: 26 केंद्र, 99.65 लाख रुपये।
- खरसिया: 20 केंद्र, 85.47 लाख रुपये।
- पुसौर: 18 केंद्र, 83.67 लाख रुपये।
- घरघोड़ा: 18 केंद्र, 46.33 लाख रुपये।
- तमनार: 9 केंद्र, 46.25 लाख रुपये।
- रायगढ़ (शहरी): 2 केंद्र, 5.50 लाख रुपये।
ये सुधार ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाएंगे, जिससे स्थानीय निवासियों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं मिलेंगी।
28.95 करोड़ का प्रभाव: रायगढ़ का बदलता चेहरा
28.95 करोड़ रुपये की डीएमएफ परियोजनाएं रायगढ़ के सामाजिक-आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित हो रही हैं। खनन से प्राप्त इस फंड का उपयोग जिला प्रशासन ने शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए रणनीतिक रूप से किया है। ये परियोजनाएं न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में सुविधाओं को बढ़ा रही हैं, बल्कि शहरी-ग्रामीण अंतर को भी कम कर रही हैं।
भविष्य की राह: निरंतर विकास की उम्मीद
इन 28.95 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के पूरा होने से रायगढ़ में विकास की नई कहानी लिखी जा रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि ये कार्य उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रहे हैं। जिला प्रशासन का लक्ष्य इन परियोजनाओं को समय पर पूरा करना और भविष्य में और अधिक डीएमएफ फंड का उपयोग समुदाय के कल्याण के लिए करना है।