गुरुग्राम (इंडिया सीएसआर): गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने एक नया कदम उठाते हुए कॉर्पोरेट अफेयर मंत्रालय के तहत पंजीकरण करवाया है, जिससे अब वह शहर में सीएसआर गतिविधियों को संचालित करने के लिए अधिकृत हो गया है। यह पहल निजी कंपनियों को जीएमडीए के साथ साझेदारी करने और अपने सीएसआर फंड का उपयोग शहर के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाने में करने का अवसर देती है।
शहर के विकास के लिए सीएसआर में सहयोग
जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए. श्रीनिवास ने इस कदम को शहर के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताते हुए कहा, “यह सार्वजनिक-निजी भागीदारी की हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। इसके माध्यम से शहर में नागरिक सेवाओं और बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाया जा सकेगा, जिसका लाभ आम जनता को मिलेगा। हम सभी फर्मों और निजी संस्थाओं को इस सीएसआर पहल में योगदान देने के लिए आमंत्रित करते हैं।”
सीधे समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर
इस नई व्यवस्था के तहत, निजी कंपनियाँ अब जीएमडीए के साथ सीधे समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर कर सकती हैं। पहले हरियाणा राज्य सीएसआर ट्रस्ट (एचएससीएसआरटी) के माध्यम से सीएसआर गतिविधियों को लागू किया जाता था, जिसमें जीएमडीए, एचएससीएसआरटी और संबंधित निजी फर्मों के बीच त्रिपक्षीय समझौते पर हस्ताक्षर किए जाते थे। अब, जीएमडीए के पास सीएसआर गतिविधियों को स्वतंत्र रूप से लागू करने की अनुमति है, जिससे कार्यान्वयन की प्रक्रिया और सरल हो गई है।
बुनियादी ढांचे के विकास में सीएसआर का योगदान
गुरुग्राम के बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए सीएसआर के तहत विभिन्न परियोजनाएं चलाई जाएंगी। इन परियोजनाओं में सड़कों, फुटपाथों, साइकिल ट्रैक का उन्नयन, पैदल यात्री सुरक्षा के लिए सुविधाओं का निर्माण, यातायात प्रबंधन में सुधार, और पर्यावरण संरक्षण के लिए गतिविधियों का आयोजन शामिल है।
शहर की भलाई के लिए पहल
जीएमडीए की इस पहल से शहर के निवासियों की भलाई के लिए कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इसके जरिए कॉर्पोरेट और निजी फर्में शहर के नागरिकों के लिए जीवन को आसान और सुरक्षित बनाने में सहयोग कर सकेंगी।
(इंडिया सीएसआर)
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