विश ट्री अभियान बालको में एक वार्षिक परंपरा बन गया है जो आसपास के समुदाय के सदस्यों के जीवन पर सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है।
बालकोनगर। वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) अपने वार्षिक ‘विश ट्री’ अभियान के माध्यम से आसपास रहने वाले परिवारों के बच्चों के लिए खुशियों की सौगात लाया। यह पहल स्थानीय समुदाय में आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों की ‘उपहार इच्छाओं’ को इकट्ठा करके उन्हें बालको सामुदायिक विकास विभाग के माध्यम से पूरा किया गया।
‘विश ट्री’ के दूसरे संस्करण में 400 से अधिक ‘उपहार इच्छाओं’ को एकत्रित किया गया। इन इच्छाओं को पूरा करने के लिए 200 से अधिक बालको कर्मचारी और बालको लेडीज़ क्लब के सदस्यों ने स्वेच्छा से आगे आकर सहयोग प्रदान किया। बच्चों को उनकी उम्र और व्यक्त इच्छाओं के अनुसार महत्वपूर्ण उपहार जैसे पेंसिल बॉक्स, कपड़े, स्कूल बैग एवं अन्य सामान वितरित किए गए।
दिव्य ज्योति स्कूल और बाल गृह (चाइल्ड केयर होम) के दिव्यांग बच्चों की इच्छाओं को पूरा करने पर विशेष ध्यान दिया गया। विश ट्री अभियान बालको में एक वार्षिक परंपरा बन गया है जो आसपास के समुदाय के सदस्यों के जीवन पर सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। अपनी सामुदायिक विकास पहलों परियोजनाओं के माध्यम से बालको सक्रिय रूप से अपने संयंत्र के आसपास 123 गांवों में रहने वाले लगभग 1.5 लाख लोगों के जीवन में बदलाव ला रहा है।
बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के माध्यम से स्थानीय समुदायों के जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए समर्पित है। हमारे कर्मचारियों ने हमेशा जरूरतमंद लोगों को सहयोग और उनका समर्थन करने के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता दिखाई है। कंपनी समुदाय में प्रत्येक व्यक्ति को जरूरी आवश्यक संसाधनों के साथ सक्षम बनाने में विश्वास रखता है। इसलिए हमारे विभिन्न सामुदायिक विकास कार्यक्रम साझा प्रगति के लिए व्यापक दृष्टि से जुड़े हुए हैं।
‘विश ट्री’ पहल के अलावा बालको कर्मचारी प्रोजेक्ट कनेक्ट के माध्यम से स्थानीय बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए समर्थन कर रहे हैं। वर्ष 2016 में शुरू ‘परियोजना कनेक्ट’ का उद्देश्य स्थानीय विद्यार्थियों में विज्ञान, अंग्रेजी, गणित और लेखा में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए समुदाय की जरूरतों को पूरा करना है। परियोजना मुख्य रूप से बालको कर्मचारियों तथा स्वयंसेवी शिक्षकों के माध्यम से छात्रों के ग्रेड में सुधार, शिक्षकों की क्षमता निर्माण और करियर परामर्श के लिए एक सक्षम वातावरण बनाकर सरकारी स्कूलों में सीखने के माहौल में सुधार लाने पर केंद्रित है। 9वीं, 10वीं कक्षा के लिए नियमित और उपचारात्मक कक्षाओं से लगभग 2500 छात्र लाभान्वित हुए।
सामुदायिक विकास में बालको की सफलता को आईसीसी सोशल इम्पैक्ट अवार्ड, सबेरा अवार्ड 2021 और 2022, सीएसआर उत्कृष्टता के लिए प्रतिष्ठित महात्मा अवार्ड 2022, तीसरे एमएचएम इंडिया समिट 2023 में उनके प्रोजेक्ट नई किरण के लिए मासिक धर्म स्वास्थ्य प्रबंधन पर सर्वश्रेष्ठ सीएसआर पहल पुरस्कार जैसे सम्मानों के माध्यम से मान्यता मिली है।