गुड़गांव: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस से पहले भारत की सबसे बड़ी इंटिग्रेटिड लॉजिस्टिक्स कंपनी डेल्हीवरी ने मोगा, पंजाब स्थित अपनी फैसिलिटी को पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित हब के रूप में बदल दिया है। डेल्हीवरी की यह पहल उसके समावेशी मूल्यों को प्रकट करती है।
पंजाब में डेल्हीवरी के परिचालन का मोगा एक अहम केन्द्र है। अब यह हब पूरी तरह महिलाओं द्वारा संचालित किया जाएगा। स्त्री-शक्ति द्वारा सम्पन्न किए जाने वाले कार्यों में बीओपीटी ऑपरेशन्स (बैटरी-ऑपरेटिड पैलेट ट्रक्स), इन्वेंट्री प्रबंधन, लोडिंग/अनलोडिंग इत्यादि सभी कुछ शामिल होगा। इस फैसिलिटी को सहयोग देने के लिए हाउसकीपिंग एवं सुरक्षा स्टाफ तैनात किया गया है और इनमें भी सभी महिलाएं ही हैं। 18 से 30 वर्ष की महिलाओं को भर्ती कर के उन्हें प्रक्रियाओं, शिपमेंट हैंडलिंग, प्रमुख मीट्रिक्स व डेल्हीवरी सिस्टम का प्रशिक्षण दिया गया और उन्हें उनकी नई भूमिकाओं में कामयाबी हेतु तैयार किया गया।
यहां तीन शिफ्टों में काम होता है और काम करने वाली महिला कर्मचारी फैसिलिटी के 6-9 किलोमीटर के दायरे में रहती हैं। कंपनी द्वारा उन्हें भरोसेमंद परिवहन सुविधा मुहैया कराई जाती है।
डेल्हीवरी के चीफ पीपल ऑफिसर और सह-संस्थापक सूरज सहारन ने कहा, ’’हम विविधता को महत्व देते हैं और अपने सभी परिचालनों एवं कॉर्पोरेट भूमिकाओं में और अधिक महिलाओं को शामिल करने के लिए प्रयासरत हैं। हमारी कंपनी में महिलाओं की संख्या बीते 3 वर्षों में 5 गुना बढ़ चुकी है।’’
’’मोगा हब में नई महिला कर्मी डेल्हीवरी में आने से पहले असंगठित क्षेत्र में काम कर रही थीं। औपचारिक लॉजिस्टिक्स सेक्टर में आ जाने से उनके लिए स्थायी आय सुनिश्चित होगी और इससे वे सामाजिक सुरक्षा लाभ हेतु भी पात्र बन जाएंगी जैसे पीएफ व ईएसआईसी। पंजाब उद्यमियों का प्रदेश है और यहां की महिलाएं भी आत्म-प्रेरित एवं आकांक्षी हैं। महिला स्टाफ के साथ हमारी बातचीत द्वारा हम यह जान कर खुश हुए वे उन्नति की आकांक्षा रखती हैं। वे सही जगह पर हैं क्योंकि डेल्हीवरी में तरक्की के मौकों की कोई कमी नहीं है,’’ उन्होंने कहा।
’’इन महिला कर्मियों को सुरक्षित व समावेशी कार्य संस्कृति में प्रशिक्षण व मेंटरशिप प्रोग्राम के माध्यम से उन्हें पेशेवर एवं व्यक्तिगत प्रगति हेतु सक्षम बनाने को हम प्रतिबद्ध हैं’’, सूरज सहारन ने कहा।
इस पहलू पर कंपनी ने हाल ही में कुछ उपलब्धियां और भी प्राप्त की हैं, हरियाणा के ताउरु मेगा गेटवे में 90 प्रतिशत महिलाएं और जयपुर गेटवे में 100 प्रतिशत महिलाएं प्रोसैसिंग ऑपरेशंस में योगदान दे रही हैं।
कंपनी ऑल-वुमेन ऑपरेशन फैसिलिटी बनाना जारी रखेगी, ऐसे अगले दो बड़े केन्द्र राजस्थान और उत्तर प्रदेश में आएंगे।
इसे अंग्रेजी में पढ़े: Delhivery Transforms Punjab’s Moga Facility into an All-Woman-Operated Hub