NEW DELHI (India CSR): अधिकतर लोग टॉयलेट में जाकर आराम से बैठ जाते हैं और इस दौरान फोन चलाना, अखबार पढ़ना या मैगजीन स्क्रॉल करना आम बात है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपके स्वास्थ्य को कई तरह से नुकसान पहुंचा सकती है? विशेषज्ञों के अनुसार, (sitting on toilet too long) गंभीर बीमारियों को न्योता दे सकता है और (toilet seat health risks) में इजाफा हो सकता है। टॉयलेट सीट पर 10 मिनट से अधिक समय बिताना बवासीर और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
टॉयलेट में लंबे समय तक बैठने से स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव
यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास साउथवेस्टर्न मेडिकल सेंटर के कोलोरेक्टल सर्जन, डॉ. लाई ज़ू के अनुसार, टॉयलेट सीट पर अधिक समय तक बैठने की आदत आपके (pelvic muscle health) को कमजोर बना सकती है और बवासीर का खतरा बढ़ा सकती है। उन्होंने बताया कि जब मरीज उनके पास इन समस्याओं की शिकायत लेकर आते हैं, तो उनमें से अधिकांश का कारण टॉयलेट में ज्यादा देर तक बैठना होता है। इससे (hemorrhoids from toilet sitting) की संभावना भी अधिक होती है।
क्यों खतरनाक है टॉयलेट सीट पर ज्यादा समय बिताना?
स्टोनी ब्रुक मेडिसिन के असिस्टेंट प्रोफेसर और इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज सेंटर की डायरेक्टर, डॉ. फराह मोंज़ूर का मानना है कि टॉयलेट में 5 से 10 मिनट से अधिक समय नहीं बिताना चाहिए। लंबे समय तक टॉयलेट सीट पर बैठने से पेल्विक एरिया पर दबाव बढ़ जाता है, जिससे एनल मसल्स कमजोर होने के साथ-साथ पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। यह (health risks of long toilet sitting explained by experts) में से एक है जो अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।
टॉयलेट सीट का शेप और स्थिति का प्रभाव
टॉयलेट सीट ओवल शेप की होती है, जो बट और रेक्टम की पोजिशन को प्रभावित करती है। इसके कारण शरीर का निचला भाग ग्रेविटी की दिशा में नीचे खिंचता है, जिससे नसों पर दबाव पड़ता है। डॉ. लाई ज़ू का कहना है कि यह स्थिति एकतरफा वॉल्व का रूप ले लेती है, जिसमें रक्त आता तो है, लेकिन वापस नहीं जा पाता। इसके परिणामस्वरूप, एनस और लोअर रेक्टम की नसें फूल जाती हैं, जो बवासीर का कारण बनती हैं। (Why you shouldn’t sit on the toilet seat for more than 10 minutes) यह प्रश्न अक्सर सामने आता है, जिसे विशेषज्ञों ने विस्तार से समझाया है।
फोन का इस्तेमाल और जबरदस्ती दबाव डालने के जोखिम
डॉ. मोंज़ूर के अनुसार, टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल करना या ज्यादा देर बैठना, मसल्स पर अनावश्यक दबाव डालता है। यह बवासीर और अन्य पेल्विक समस्याओं के खतरे को बढ़ाता है। आजकल लोगों में टॉयलेट में ज्यादा समय बिताने की आदत बढ़ रही है, जो एनोरेक्टल ऑर्गन्स के लिए हानिकारक है। डॉ. लाई ज़ू के अनुसार, “इससे एनोरेक्टल और पेल्विक फ्लोर को नुकसान होता है।” यह सवाल भी आम है कि (can sitting on the toilet too long cause hemorrhoids), जिसके लिए डॉक्टर स्पष्ट रूप से हां कहते हैं।
टॉयलेट में किताबें और फोन रखने से बचें
कैलिफ़ोर्निया के सिटी ऑफ होप ऑरेंज काउंटी के इंटरवेंशनल गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट, डॉ. लांस उरादोमो का मानना है कि बाथरूम में फोन, मैगजीन्स और किताबें नहीं रखनी चाहिए। उनका सुझाव है कि वॉशरूम में जाने का माइंडसेट ऐसा हो कि आप सिर्फ बाउल मूवमेंट के लिए वहां हैं, न कि आराम से समय बिताने के लिए। (How long should you spend on the toilet to avoid health issues) यह प्रश्न भी है, जिसका उत्तर 5 से 10 मिनट है।
बाउल मूवमेंट में परेशानी से बचने के उपाय
डॉ. लाई ज़ू की सलाह है कि यदि आप बाउल मूवमेंट में नियमित रूप से परेशानी का सामना करते हैं, तो दिन में 10 मिनट टहलें और हाइड्रेटिंग और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाएं। फाइबर से भरपूर भोजन आपके पाचन को बेहतर बनाने में मदद करता है। साथ ही, गैस की समस्या भी लंबे समय तक टॉयलेट में बैठने का कारण बन सकती है, इसलिए भोजन का ध्यान रखना आवश्यक है। (Impact of phone use on toilet health) भी एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
इस प्रकार, टॉयलेट में लंबे समय तक बैठने से बचना और स्वास्थ्य का ध्यान रखना हमारे दैनिक जीवन में आवश्यक है।
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टॉयलेट सीट पर बैठने से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. टॉयलेट सीट पर अधिक समय तक क्यों नहीं बैठना चाहिए?
लंबे समय तक बैठने से पेल्विक मसल्स कमजोर हो सकती हैं और बवासीर का खतरा बढ़ता है।
2. टॉयलेट में अधिकतम कितना समय बिताना चाहिए?
विशेषज्ञों के अनुसार, टॉयलेट में 5 से 10 मिनट से अधिक समय नहीं बिताना चाहिए।
3. क्या टॉयलेट में फोन का इस्तेमाल करना हानिकारक है?
हां, फोन के इस्तेमाल से समय का ध्यान नहीं रहता और मसल्स पर अनावश्यक दबाव पड़ता है।
4. लंबे समय तक टॉयलेट में बैठने से कौन-कौन सी बीमारियाँ हो सकती हैं?
इससे बवासीर, पेल्विक फ्लोर डिसफंक्शन और एनल मसल्स कमजोर हो सकती हैं।
5. टॉयलेट में बैठे-बैठे दबाव डालने से क्या नुकसान हो सकता है?
दबाव डालने से बवासीर का खतरा बढ़ता है और पेल्विक क्षेत्र पर अधिक दबाव पड़ता है।
(India CSR)