अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता लिमिटेड (Vedanta Limited) पर 320 करोड़ रुपये का भारी जुर्माना लगाया गया है। यह आदेश विशाखापटनम में सेंट्रल टैक्स के प्रिंसिपल कमिश्नर के कार्यालय से आया है। जुर्माना रावा ऑयल एंड गैस ब्लॉक में पार्टनर वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड द्वारा दिसंबर 2019 से मार्च 2023 के बीच न चुकाए गए ऑयल इंडस्ट्री डेवलपमेंट सेस से संबंधित है।
जुर्माने का कारण और राशि
कंपनी ने बताया कि यह जुर्माना वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज के हिस्से के लिए है, न कि वेदांता के हिस्से के लिए।
- जुर्माना राशि: 319.79 करोड़ रुपये।
- अंतर्गत शुल्क: इसमें ऑयल इंडस्ट्री डेवलपमेंट सेस और इस पर लागू ब्याज शामिल है।
वेदांता ने स्पष्ट किया कि यह जुर्माना सीधे तौर पर उसके वित्तीय आंकड़ों को प्रभावित नहीं करेगा।
वेदांता की प्रतिक्रिया
वेदांता लिमिटेड ने कहा है कि वह इस मामले में अपील करने के विकल्पों का मूल्यांकन कर रही है। कंपनी ने यह भी जोर दिया कि इस जुर्माने का उसके ऑपरेशनल या वित्तीय प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
वेदांता के फाइनेंशियल्स पर नजर
- सितंबर 2024 तिमाही: वेदांता ने 4,352 करोड़ रुपये का शुद्ध कंसोलिडेटेड मुनाफा दर्ज किया।
- रेवेन्यू: 37,171 करोड़ रुपये।
कंपनी का कहना है कि यह आदेश मिलने के बाद भी उसकी वित्तीय स्थिति स्थिर बनी रहेगी।
आदेश पर देरी से जानकारी देने का कारण
वेदांता को यह आदेश 11 नवंबर 2024 को प्राप्त हुआ। लेकिन कंपनी ने शेयर बाजारों को इसकी सूचना 14 नवंबर को दी।
- देरी का कारण: कंपनी ने कहा कि वह इस आदेश के कारणों और सत्यता का आकलन कर रही थी।
शेयर बाजार पर प्रभाव
14 नवंबर 2024 को वेदांता लिमिटेड के शेयर हल्की गिरावट के साथ Rs 433.50 पर बंद हुए।
- मार्केट कैप: 1.69 लाख करोड़ रुपये।
हालांकि, यह मामला कंपनी के दीर्घकालिक प्रदर्शन पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं डालता।
अपील की तैयारी
वेदांता ने कहा है कि वह उचित प्राधिकरण के समक्ष इस आदेश को चुनौती देने के लिए कानूनी उपाय तलाश रही है।
- कंपनी को उम्मीद है कि अपील के जरिए यह मामला सुलझ जाएगा।
- कंपनी के अनुसार, यह विवाद मुख्य रूप से वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज से संबंधित है।
निष्कर्ष
320 करोड़ रुपये के जुर्माने का आदेश वेदांता के लिए एक बड़ा झटका है, लेकिन कंपनी इसे अपने ऑपरेशन्स पर प्रभाव डालने से बचाने के लिए तत्पर है। अपील और कानूनी प्रक्रिया से यह मामला हल होने की संभावना है। वेदांता ने यह सुनिश्चित किया है कि इसका वित्तीय प्रदर्शन स्थिर रहेगा और निवेशकों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है।