ग्लावियरः केंद्रीय कारागार ग्वालियर में पुस्तकों के महत्व पर परिचर्चा का आयोजन 17 नवंबर को किया जा रहा है। इस परिचर्चा को रंगनाथन सोसायटी फार सोशल वेल्फेयर एंड लाइब्रेरी डेव्लपमेंट, बिमटेक फाउंडेशन द्वारा इंडिया सीएसआर के सहयोग के सहयोग से आयोजित किया जा रहा है।
बिमटेक फाउंडेशन के सीईओ डा. ऋषि तिवारी ने बताया कि कैदियों और जेल सुधार कार्यक्रमों में पुस्तकों और पुस्तकालय की बड़ी भूमिका है। हमने उत्तरप्रदेश के जिला एवं केंद्रीय कारागारों में पुस्तकालयों की स्थापना की है।
डा. तिवारी ने कहा, प्रत्येक मनुष्य के लिए पढ़ना एक स्वाभाविक कार्य है। जेलों में बंद कैदियों को किताब पढ़ने के लिए प्रेरित करने एवं किताबें उपलब्ध कराने के लिए हम विशेष अभियान चला रहे हैं। हमें उम्मीद है कि इस परिचर्चा से जेल सुधार कार्यक्रमों में पुस्तकालयों की भूमिका को रेखांतिक करने में मदद मिलेगी।
इस परिचर्चा के वक्तागण आईपीएस राज बाबू सिंह, प्रमिला बाजपेयी, राकेश अचल, डा. जे.एन. गौतम, राजेश्वरी सावंत, पं. राम प्रकाश अनुरागी एवं डा. एन.एन. लाहा शामिल हैं, जो जीवन में किताबों के महत्व पर विस्तार से अपने विचार रखेंगे।