Ladli Behna Yojana Kist: मध्य प्रदेश में चर्चित मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत नवंबर माह की 18वीं किस्त आज प्रदेश की 1.29 करोड़ लाभार्थी बहनों के बैंक खातों में जमा की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इंदौर से सिंगल क्लिक के माध्यम से दोपहर 3.15 बजे इस राशि को ट्रांसफर करेंगे। इस योजना के तहत सभी लाड़ली बहनों के खातों में इस महीने भी 1250 रुपए जमा किए जाएंगे, जिससे बहनों को आर्थिक सहायता प्राप्त हो सकेगी।
खरगोन जिले में 3.20 लाख बहनों को मिलेगा लाभ
खरगोन जिले में 3 लाख 20 हजार 481 लाभार्थी बहनों के खाते में मुख्यमंत्री द्वारा कुल 39 करोड़ 9 लाख 38 हजार 250 रुपए स्थानांतरित किए जाएंगे। महिला एवं बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी भारती आवास्या ने बताया कि योजना के तहत प्रत्येक हितग्राही बहन के खाते में 1250 रुपए की राशि दी जाएगी, जबकि पेंशन प्राप्त करने वाली बहनों को अतिरिक्त 650 रुपए की राशि भी दी जाएगी।
ग्रामीण क्षेत्रों में जनपद पंचायत स्तर पर राशि हस्तांतरण
ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न जनपद पंचायतों में बड़ी संख्या में बहनों को इस योजना का लाभ मिलेगा। जनपद पंचायत बड़वाह की 49,369 बहनों के खातों में 6 करोड़ 4 लाख 53 हजार 650 रुपए, जनपद पंचायत भगवानपुरा की 27,540 बहनों को 3 करोड़ 37 लाख 83 हजार 600 रुपए, और जनपद पंचायत भीकनगांव की 32,566 बहनों के खातों में 3 करोड़ 97 लाख 81 हजार 100 रुपए जमा किए जाएंगे। इसी प्रकार, गोगांवा, झिरन्या, कसरावद, खरगोन, महेश्वर और सेगांव पंचायतों की बहनों के खातों में भी राशि ट्रांसफर की जाएगी, जिससे कुल लाखों बहनें आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकेंगी।
नगरीय क्षेत्र की बहनों को भी मिलेगा लाभ
नगरीय क्षेत्रों की बात करें तो बड़वाह की 3896 बहनों के खातों में 47 लाख 200 रुपए, खरगोन की 17,253 बहनों को 2 करोड़ 9 लाख 27 हजार 850 रुपए, सनावद की 5315 बहनों के खातों में 64 लाख 84 हजार 150 रुपए, भीकनगांव की 2873 बहनों को 34 लाख 53 हजार 850 रुपए और बिस्टान की 3302 बहनों के खातों में 40 लाख 39 हजार 300 रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, करही, कसरावद, महेश्वर, और मंडलेश्वर की बहनों को भी राशि प्रदान की जाएगी।
योजना से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास
लाड़ली बहना योजना का उद्देश्य प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बनाना है। यह योजना महिलाओं को न केवल वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि उनके जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में भी अहम कदम है।