इंडिया सीएसआर हिंदी समाचार सेवा । 17 जुलाई 2022
मुंबई। क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक – भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) State Bank of India द्वारा वित्त वर्ष 2021-22 में कितनी मात्रा में धन राशि कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) Corporate Social Responsibility (CSR) खर्च किया है।
इंडिया सीएसआर की हिंदी समाचार सेवा के अंतर्गत हम लेकर आए हैं, आप के इस रोचक प्रश्न का जवाब।
हम आपको बताना चाहेंगे कि भारतीय स्टेट बैंक ने बीते वर्ष 2021 में 204 करोड़ रुपए से अधिक की राशि सामाजिक एवं आर्थिक विकास कार्यक्रमों Socio-Economy Development Programmes में खर्च किया है।
एक रोचक तथ्य
सबसे रोचक बात यह है कि भारतीय रिज़र्व बैंक के दिशा-निर्देशों के अनुसार भारतीय स्टेट बैंक पिछले वर्ष के लाभ की 1% प्रतिशत तक की राशि को सीएसआर के अंतर्गत खर्च कर सकता है।
बैंक के वार्षिक रिपोर्ट को देखकर यह पता चलता है कि इस बैंक ने सामाजिक एवं आर्थिक परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 250 से अधिक एनजीओ को यह काम दे रखा था।
बैंक यह भी जानकारी दी है कि बीते वर्ष उसने 230 सीएसआर परियोजनाओं का संचालन किया है।
आपको बताना चाहेंगे कि भारतीय स्टेट बैंक एक बहुराष्ट्रीय बैंक बन चुकी है और इस बैंक के पास सफलतापूर्वक संचालन का 200 वर्षों का समृद्धशाली इतिहास है।
वर्ष 2021 में कंपनी को 20,410 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। 204 करोड़ रुपए की जो सीएसआर राशि है वह बैंक के लाभ का केवल 1 प्रतिशत हिस्सा है। बैंक ने इस का 102 करोड़ रुपए एसबीआई फाउँडेशन को आवंटित किया था।
एसबीआई फाउँडेशन SBI Foundation इस बैंक द्वारा स्थापित सामाजिक सेवा संगठन है, जिसे विशेष रूप से सेवा कार्यों के संचालन के लिए स्थापित किया गया है।
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बैंक का कहना है कि उनकी सीएसआर परियोजनओं से 197551 लोगों को लाभ पहुँचा है। सीएसआर परियोजनाएँ 3886 गाँवों में संचालित की गई हैं। बैंक ने बताया है कि उनकी सीएसआर परियोजनाओं से समाज के कमजोर वर्ग के लोगों को लाभ पहुँचाया गया है।
बैंक की सीएसआर परियोजनाओं में चिकित्सा सेवा, शिक्षा, भोजन तथा आश्रय प्रदान किया गया है। स्टेट बैंक ने कोविड-19 से संबंधि सेवाओं के लिए 71 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
वर्ष 2020 में कैसा था सीएसआर प्रदर्शन
वर्ष 2020 (वित्त वर्ष 2020-21) में बैंक का सीएसआर प्रदर्शन कैसा रहा। यहाँ पर इसकी जानकारी देने जा रहे हैं।
वित्त वर्ष 2021 के दौरान बक की कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) गतिविधियों के प्रमुख क्षेत्रों में हेल्थकेयर, शिक्षा, आजीविका, खेल-कूद, भारतीय सेना के सशस्त्र बल के पूर्व सैनिकों का कल्याण, कौशल विकास, राष्ट्रीय धरोहर का संरक्षण, महिलाओं का सशक्तिकरण,युवा और वरिष्ठ नागरिक आदि शामिल रहे।
वित्त वर्ष 2020 में बैंक का निवल लाभ 14,488 करोड़ रुपये था और उसका 1% अर्थात् 144.88 करोड़ रुपये वित्त वर्ष 2021 के लिए बैंक के सीएसआर फंड के रूप में निर्धारित किए गए थे।
इसके अलावा, वर्ष के दौरान भारतीय रिज़र्व बक की मंजूरी से बैंक ने सीएसआर के अंतर्गत विभिन्न कार्यों के लिए कुल 73.70 करोड़ रुपए खर्च अथवा दान किए। इसमें एसबीआई फाउंडशेन (एसबीआईएफ) को दिया गया 71.18 करोड़ का दान भी शामिल था। कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए अपनी सहायता के रूप में आपके बैंक ने 43 करोड़ रुपये खर्च किया है और देने का वादा किया था, जो निवल लाभ का लगभग 0.30% था।
इसमें कोविड-19 टीकाकरण अभियान के लिए सहायता के रूप में पीएमके यर्स निधि में किया गया 11 करोड़ रुपए का दान शामिल है। साथ ही बैंक ने विभिन्न कोविड-19 राहत कार्यक्रमों को लागू करने के लिए 30 करोड़ रुपए देने का वादा किया था।
एसबीआई फाउंडेशन क्या है और यह क्या काम करता है
भारतीय स्टेट बैंक द्वारा 2015 में कंपनी अधिनियम (2013) की धारा VIII के तहत एसबीआई फाउं डेशन की स्थापना की गई थी। इसका उद्देश्य एसबीआई एवं उसके सहयोगियों द्वारा कॉरपोरेट सामाजिक दायित्वों से जुड़कर सेवा कार्यों पर योजनाबद्ध तरीके से ध्यान केंद्रित करना था।
एसबीआई फाउंडेशन वर्तमान में एक समावेशी विकास प्रतिमान बनाकर भारत में सामाजिक बदलने के लिए विभिन्न परियोजनाओं और पहलों पर काम कर रहा है।
बैंक का कहना है कि वह अपने सेवा कार्यों में सभी भारतीयों को क्षेत्र, भाषा, जाति, पंथ, धर्म के आधार पर बिना किसी भेदभाव के सेवा प्रदान करता है।
इस समाचार को अंग्रेजी में पढ़िएः SBI spends over Rs. 204 Cr. on socio-economy projects under CSR in FY22 (indiacsr.in)
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