उदयपुर। ज़िंक, सीसा और चांदी की अग्रणी वैश्विक एकीकृत उत्पादक हिन्दुस्तान ज़िंक लिमिटेड ने 31 दिसंबर 2020 को समाप्त तीसरी तिमाही और नौमाही के वित्तीय परिणाम घोषित किए।
तीसरी तिमाही के प्रदर्शन पर सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा, “कोविड की वजह से चुनौतीपूर्ण परिचालन परिवेश के बावजूद हमने एक बार फिर रिकाॅर्ड उत्पादन किया है। बुनियादी पहलुओं पर हमारे ध्यान की बदौलत हम चैथी तिमाही में भी हम लक्षित उत्पादन हेतु परिचालन करेंगे और अगले वित्त वर्ष के लिए सही भूमिका तैयार कर देंगे। अपनी खदानों और स्मैल्टर्स में कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए हम तकनीक पर जोर दे रहे हैं और इससे भी खास यह है कि हम इस चुनौतीपूर्ण समय में सुरक्षित परिचालन सुनिश्चित कर रहे हैं।”
सीएफओ स्वयम् सौरभ ने कहा, “हम अत्याधुनिक तकनीक में निवेश और अपने परिचालनों में डिजिटलीकरण बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। साथ ही ढांचागत लागत में कमी लाने वाली पहलों से हमें संवहनीय निम्न स्तर तक लागत घटाने में मदद मिली है। कार्यशील पूँजी के सही इस्तेमाल के जरिए हमने उन्मुक्त नकदी प्रवाह पर दृढ़ता से ध्यान दिया जिसके फलस्वरूप हम उद्योग-अग्रणी शेयरधारक रिटर्न दे सके। हम दुनिया भर के अपने साथियों के लिए नए बेंचमार्क तय करते रहेंगे और सभी स्टेकहोल्डर्स के लिए दीर्घकालिक लाभ की रचना करेंगे।’’
परिचालनीय प्रदर्शन टोटल माइन्ड मेटल (एमआईसी) प्रोडक्शन यानी खदानों में हुआ उत्पादन इस तिमाही बीते वर्ष की समान अवधि से 4 प्रतिशत अधिक 244केटी रहा। उच्चतर अयस्क उत्पादन आंशिक रूप से, थोडे़ कमतर समग्र मेटल ग्रेड्स द्वारा आफसैट कर दिया गया। उच्चतर अयस्क उत्पादन के चलते क्रमिक रूप से एमआईसी उत्पादन 2 प्रतिशत बढ़ा। वि.व.21 की नौमाही में एमआईसी उत्पादन 684केटी रहा यह बीते वर्ष के मुकाबले 2 प्रतिशत अधिक है। उच्चतर अयस्क उत्पादन, थोड़े कमतर मेटल ग्रेड्स द्वारा आफसैट हुआ।
बीते वर्ष की तीसरी तिमाही के मुकाबले इस तिमाही एकीकृत धातु उत्पादन 7 प्रतिशत अधिक 235 केटी रहा। एकीकृत ज़िंक उत्पादन पिछले साल से 2 प्रतिशत अधिक 182केटी रहा जबकि एकीकृत सीसा उत्पादन 28 प्रतिशत ज्यादा 52केटी रहा, यह समर्पित पायरो-लैड स्मैल्टर आपरेशन की वजह से हुआ। एकीकृत चांदी उत्पादन बीते साल से 23 प्रतिशत अधिक 183 एमटी रहा; उच्चतर सीसा उत्पादन आंशिक रूप से एसके में कमतर ग्रेड्स द्वारा आफसैट हुआ। क्रमिक रूप से एकीकृत धातु उत्पादन निम्न कंसन्ट्रेट ट्रीटमेंट की वजह से 1 प्रतिशत कम रहा।
एकीकृत चाँदी उत्पादन 10 प्रतिशत कम था, क्रमिक रूप से सीसा उत्पादन कम था और एसके में कमतर ग्रेड्स थे। वित्त वर्ष 21 की नौमाही में परिष्कृत धातु उत्पादन 4 प्रतिशत बढ़कर 674केटी रहा खदान में धातु की उपलब्धता के अनुसार। जबकि नौमाही में चांदी उत्पादन 14 प्रतिशत बढ़कर 503 एमटी रहा, यह उच्चतर सीसा उत्पादन और एसके में उच्चतर धातु ग्रेड्स के अनुसार रहा।
वित्तीय प्रदर्शन
इस तिमाही परिचालन से रु. 5,915 करोड़ का रेवेन्यू अर्जित किया गया जो कि बीते वर्ष की समान अवधि से 28 प्रतिशत अधिक है। उच्चतर धातु परिमाण, ज़िंक व चाँदी की उच्चतर कीमतों और रुपया गिरने से आंशिक तौर पर सीसे की कमतर कीमतों द्वारा आफसैट हो जाने से रेवेन्यू में यह बढ़त मिली। इस साल, इस तिमाही ज़िंक की बिक्री 6 प्रतिशत और सीसे की बिक्री 30 प्रतिशत बढ़ी, यह उच्चतर उत्पादन और दमदार मांग की वजह से मुमकिन हुआ।
क्रमिक रूप से रेवेन्यू 7 प्रतिशत ऊपर था, यह मुख्यतः ज़िंक की उच्चतर कीमतों, उच्चतर मेटल प्रीमियम, रुपये की गिरावट द्वारा आंशिक आफसैट से हुआ। एलएमई कीमतें क्रमिक रूप से 13 प्रतिशत ऊपर थीं, सीसे की कीमतें 1 प्रतिशत ऊपर थीं। इस तिमाही राॅयल्टी से पहले ज़िंक की उत्पादन लागत (सीओपी) 946 डाॅलर (रु. 69,744) प्रति एमटी रही, साल-दर-साल के हिसाब से यह 12 प्रतिशत कम और क्रमिक रूप से 3 प्रतिशत ऊंची रही। तिमाही में सीओपी पर एक-बारगी होने वाले ऐम्पलाॅई पेआउट का असर पड़ा जो 20 डाॅलर प्रति एमटी के समकक्ष होता है।
नौमाही में सीओपी बीते वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 10 प्रतिशत कम 958 डाॅलर रही। तिमाही और नौमाही में सीओपी को ढांचागत लागत घटाने की जारी पहलकदमियों से लाभ मिला, तीसरी तिमाही में खदान विकास में क्रमिक बढ़ोतरी से आंशिक आफसैट हुआ।
पिछली तिमाही से हमारा फोकस अहम प्राथमिकताओं के निष्पादन हेतु जारी रहा। यह सभी मोर्चों पर था जिनमें खपत, काॅन्ट्रैक्टिंग, प्रोक्योरमेंट और फिक्स्ड काॅस्ट शामिल हैं और परिणामस्वरूप लागत में कमी आई।
इस तिमाही में ईबीआईटीडीए बढ़कर रु. 3,314 करोड़ हो गया, बीते वर्ष के मुकाबले 45 प्रतिशत अधिक और 12 प्रतिशत क्रमिक रूप से उच्चतर रेवेन्यू और अच्छी प्रकार प्रबंधित परिचालन लागत की वजह से। इस तिमाही शुद्ध लाभ रु. 2,200 करोड़ रहा, बीते वर्ष से 36 प्रतिशत अधिक और 13 प्रतिशत क्रमिक रूप से धातु की कीमतों में रिकवरी और कड़े लागत अनुशासन की वजह से।
आउटलुक
पूर्व में, हमें मार्गदशन मिला था कि वित्त वर्ष 21 में खनन धातु और तैयार धातु उत्पादन (925-950 केटी प्रत्येक) तथा 650एमटी बिक्री योग्य चांदी का उत्पादन किया जाए। हमने ज़िंक की उत्पादन लागत को प्रति एमटी 1000 डाॅलर से नीचे रखा और वर्ष के लिए प्रोजेक्ट कैपेक्स 100 मीलियन डाॅलर व 140 मीलियन डाॅलर के बीच है। लगातार दमदार प्रदर्शन से हमें विश्वास है कि हम खनन धातु और परिष्कृत धातु के लक्ष्य हासिल कर लेंगे। हम चांदी के उत्पादन और वित्त वर्ष 21 में उत्पादन लागत पर बेहतर काम करेंगे।
विस्तार परियोजनाएँ
ज़ावर खदान विस्तार के लिए पर्यावरण और वन मंत्रालय से पर्यावरणीय मंजूरी (ईसी) मिल गई है, जिससे उत्पादन वर्तमान 40 लाख एमटी प्रति वर्ष से बढ़ कर 48 लाख एमटी प्रति वर्ष हो जाएगा। चंदेरिया ज़िंक स्मैल्टर को भी वर्तमान 4.20 लाख एमटी सालाना से उत्पादन बढ़ाकर 5 लाख एमटी सालाना करने के लिए विस्तार की मंजूरी मिल चुकी है। इस तिमाही ज़ावर माइंस में दोनों बैक-फिल प्लांट्स को कमिशन कर दिया गया। ये प्लांट्स परिचालन में जोखिम घटाएंगे और खम्भों में बचे रह गए हाई ग्रेड अयस्क के खनन का अवसर देंगे। कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों के अलावा चीनी नागरिकों के लिए कड़े वीज़ा दिशानिर्देश इस तिमाही में रहे जिसके चलते चंदेरिया में फ्यूमर प्लांट की कमिशनिंग में देरी हुई। इसके तत्काल हल के लिए हम सक्रियता से वैकल्पिक समाधान तलाश रहे हैं।
नकदी और निवेश
31 दिसंबर 2020 को कंपनी की सकल नकदी और नकदी समकक्ष रु. 21,024 करोड़ थे जबकि दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा रु. 27,631 करोड़ था। 31 दिसंबर 2020 को कंपनी की शुद्ध नकदी और नकदी समकक्ष रु. 10,987 करोड़ थे जबकि दूसरी तिमाही में यह आंकड़ा रु. 17,832 करोड़ था और इसे उच्च क्वालिटी के डेट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश किया गया।