उदयपुर। महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए जावर के ग्रामीण क्षेत्र में हिन्दुस्तान जिंक द्वारा की जा रही पहल सराहनीय है, यह बात उदयपुर सासंद मन्नालाल रावत ने हिन्दुस्तान जिंक, मंजरी फाउण्डेशन और सखी शक्ति समिति जावर द्वारा जावर स्टेडियम में आयोजित सखी उत्सव में कही। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान जिंक केवल एक खनन कार्य करने वाला संस्थान नही, रोजगार का प्रमुख स्रोत है। सखी शब्द ही अपने आप मे सशक्त है। केवल जावर ही नही महिलाओं की वजह से देश सशक्त है। उन्होंने महिलाओं से आव्हान किया वें आय बढ़ाने के लिए कार्य करें। सखी परियोजना से आसपास नारी शक्ति की ताकत बढ़ी है जिससे महिलाओं के सशक्त हुई है यदि महिलाएं आत्मनिर्भर है तो समाज और राष्ट्र मजबूत होगा।
जावर में यह आयोजन राष्ट्रीय स्तर पर महिलाओं के लिए मिसाल है। महिलाएं आने वाले समय पर अलग अलग क्षेत्रो में अग्रणी पदों पर आगे बढ़े। हिंदुस्तान जिंक महिलाओं के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी जावर क्षेत्र में सराहनीय कार्य कर रहा है। इस अवसर पर सलूंबर विधायक शांता अमृतलाल मीणा, आईबीयू सीईओ जावर माइंस राम मुरारी, मजदूर संघ के सचिव लालूराम मीणा, सरपंच चुन्नीलाल, वेदांता ग्रुप सीएसआर हेड अनुपम निधि, थानाधिकारी टीडी डीएस राठौड़, किरण मीणा, पुलिस अधिकारी चंदादेवी, जावर माइंस के दीपक घगरेजा, पुनित बोर्दिया, अभिमन्यू राणावत, विवेक सिंह, आस पास के क्षेत्र के विद्यालयों के प्राचार्य उपस्थित थे।

कार्यक्रम में जावर माइंस आईबीयू सीईओ राम मुरारी ने कहा कि, हमारे समुदायों में, महिलाओं में अपार शक्ति हैं जो कि जो परिवार, कार्यक्षेत्र के बीच सामन्जस्य रखती है। हम अपने सखी समुदाय की प्रत्येक महिला को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सखी, शिक्षा संबल, समाधान और जिंक कौशल जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से, हम सभी के लिए एक मजबूत, अधिक समृद्ध भविष्य बनाने के लिए मिलकर कार्य कर रहे हैं, मुझे विश्वास है कि हम साथ मिलकर एक उल्लेखनीय बदलाव ला सकते हैं। जिंक द्वारा संचालित सखी प्रोजेक्ट की जानकारी देते हुए बताया कि महिला सशक्तिकरण हेतु कंपनी हमेशा के लिए कटिबद्ध है। उन्होनें कहा कि वेदांता समूह और हिन्दुस्तान जिंक में महिलाएं उच्च पदों पर कार्य कर रही है एवं माइंस के प्रबंधन में भी लगातार कंधे से कंधा मिला कर कार्य कर रही है।

सुबह से आयोजित सखी उत्सव में मटकी फोड, रस्सा कस्सी, कबड्ड़ी, जलेबी रेस एव ंचेयर रेस प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। फिर भजन कीर्तन और राजस्थानी गानो पर नृत्य, महिलाओं का उत्साह देखते ही बनता था। कार्यक्रम का आयोजन सी.एस.आर. कार्यक्रम के तहत् किया गया, जिसमें 1 हजार से अधिक सखी, ग्रामीण महिलाएं, महिला कर्मचारी और जिंक परिवार के सदस्यों ने बढ़-चढ़कर परिवार, समाज और देश को सशक्त करने का संकल्प लिया। अतिथियों ने जावर स्थित जिंक कौशल में अनआम्र्ड गार्ड और फूड सर्विस मैनेजमेंट में प्रशिक्षित 100 बालिकाओं प्रमाण पत्र प्रदान किये साथ ही खेल प्रतियोगिता प्रतिभागियों और विजेता महिलाओं को पुरस्कृत किया गया। सखी उत्सव में सखी शक्ति समिति, सखी फेडरेशन की अध्यक्ष रूक्मणी मीणा ने परियोजना की वर्ष भर की गतिविधियों की जानकारी दी।

समूह की महिलाओं द्वारा लोक नृत्य और लोकलुभावन सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के साथ ही सीएसआर द्वारा संचालित परियोजनाओं सखी, समाधान, जिंक कौशल शिक्षा संबंल और माइक्रोइंटरप्राइजेज के कार्यो की जानकारी स्टॉल के माध्यम से दी गई। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा 6 जिलों उदयपुर, सलुंबर, राजसमंद, भीलवाड़ा, अजमेर, चित्तौडगढ़ और उत्तराखंड के पंतनगर में सखी कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जावर माइंस क्षेत्र के आस-पास के क्षेत्र में 400 से अधिक महिला स्वयं समूह से जुड़कर 5 हजार से अधिक महिलाएं लाभान्वित हो रही हैं।
देश की सबसे बड़ी और विश्व की दूसरी सबसे बडी एकीकृत जिंक उत्पादक कंपनी हिन्दुस्तान जिंक द्वारा राजस्थान के 6 जिलों एवं उत्तराखंड के पंतनगर सहित 200 गावों में 2 हजार से अधिक स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से अपने सीएसआर कार्यक्रम के तहत् संचालित सखी पहल के तहत् 25 हजार से अधिक महिलाओं को सशक्त बनाया है।
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