हिंदुस्तान जिंक का पिछले पाँच वर्षों में कुल योगदान 77,803 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है, जिसमें विभिन्न रूपों में सरकार को की गई भुगतान राशि शामिल हैं।
मुंबई (इंडिया सीएसआर): वेदांता ग्रुप की सहायक कंपनी हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (एचजेडएल) ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में भारतीय कोषागार में 13,195 करोड़ रुपये का योगदान दिया। यह राशि कंपनी की कुल आय का लगभग 46% है, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में कंपनी की बढ़ती भूमिका को दर्शाता है।
पिछले पाँच वर्षों में, एचजेडएल ने कुल 77,803 करोड़ रुपये का योगदान किया है। इसमें राजस्थान के आर्थिक विकास में भी कंपनी का औसतन 3,250 करोड़ रुपये प्रतिवर्ष का योगदान शामिल है, जिसमें रॉयल्टी, जिला खनिज फाउंडेशन (डीएमएफ) के लिए योगदान और अन्य शुल्क शामिल हैं।
राजस्थान के आर्थिक विकास में योगदान
पिछले पाँच वर्षों में, हिंदुस्तान जिंक ने राजस्थान राज्य के आर्थिक विकास में औसतन 3,250 करोड़ रुपये प्रति वर्ष का योगदान दिया है। इसमें रॉयल्टी, डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (डीएमएफ) के लिए योगदान और अन्य शुल्क शामिल हैं। यह वित्तीय समर्थन एचजेडएल की राजस्थान के विकास और उन्नति के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है। चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने कहा, “हम अपने व्यापार को पारदर्शी, सतत और सभी हितधारकों के लिए मूल्य-सृजन करने वाले तरीके से बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
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राजस्थान में योगदान का विवरण
- रॉयल्टी: 16,350 करोड़ रुपये
- कॉर्पोरेट आयकर: 10,100 करोड़ रुपये
- कॉर्पोरेट डिविडेंड: 18,008 करोड़ रुपये
- अप्रत्यक्ष कर: 26,384 करोड़ रुपये
पाँच वर्षों में 77,803 करोड़ रुपये का योगदान
हिंदुस्तान जिंक का पिछले पाँच वर्षों में कुल योगदान 77,803 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है, जिसमें विभिन्न रूपों में सरकार को किए गए भुगतान शामिल हैं। इनमें से 16,350 करोड़ रुपये सरकारी रॉयल्टी के रूप में, 10,100 करोड़ रुपये कॉर्पोरेट इनकम टैक्स के रूप में, 18,008 करोड़ रुपये कॉर्पोरेट डिविडेंड के रूप में, और 26,384 करोड़ रुपये अप्रत्यक्ष करों के रूप में अदा किए गए हैं। यह योगदान राज्य और केंद्र सरकार के प्रति एचजेडएल की आर्थिक जिम्मेदारी को प्रतिबिंबित करता है।
वैश्विक स्तर पर जिंक और सिल्वर उत्पादन में नेतृत्व
हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड, जो वेदांता ग्रुप का हिस्सा है, वैश्विक जिंक बाजार में अग्रणी कंपनी है और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा एकीकृत जिंक उत्पादक और तीसरा सबसे बड़ा सिल्वर उत्पादक है। इस वैश्विक नेतृत्व ने एचजेडएल को खनन और धातु उद्योग में एक प्रमुख स्थान दिया है। एचजेडएल का योगदान न केवल वित्तीय है बल्कि यह व्यापक आर्थिक प्रभाव और स्थायी व्यापार प्रथाओं के प्रति इसकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।
(इंडिया सीएसआर)