उदयपुर। हिंदुस्तान जिंक को द इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मेटल्स आईआईएम ने नान-फेरस बेस्ट परफोर्मेंस अवार्ड-2020 (द्वितीय) से पुरस्कृत किया है।
हिंदुस्तान जिंक को यह पुरस्कार गुणवत्ता के राष्ट्रीय मानकों के स्तर पर बड़े एकीकृत विनिर्माण संयंत्रों की श्रेणी में प्रदान किया गया है। इस सम्मान की खास बात यह है कि कंपनी हमेशा अपने व्यवसाय में नए बदलावों को लागू करने और अपनाने के मामले में सबसे आगे रही है।
पर्यावरण संरक्षण के लिए कंपनी ने बेहतर कदम उठाए हैं तथा इसी के परिणास्वरूप कंपनी ने इन बदलावों के लिए कई अवार्ड प्राप्त किये हैं।
राष्ट्रीय गुणवत्ता प्रतियोगिता 2002 से भारतीय नान-फेरस धातु उद्योग के विकास और विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। संगठनों के विकास में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को प्रोत्साहन देती है।
अगले पांच सालों में हिंदुस्तान जिंक के सतत विकास लक्ष्य के तहत 2025 तक ग्रीन माइनिंग की दिशा में परिचालन में सकारात्मक परिवर्तन को सक्षम बनाने के लिए महत्वपूर्ण अवसर बनाने के लिए केंद्रित है।
सीओपी बिजनेस लीडर के रूप में हिंदुस्तान जिंक ने पानी की खपत को अनुकूल करने, ऊर्जा उत्पादकता बढ़ाने, जलवायु परिवर्तन से निपटने और सुरक्षा के लिए उन्नत तकनीकों के साथ कई पहल की हैं।
हिंदुस्तान जिंक को वैश्विक पर्यावरणीय गैर लाभकारी सीडीपी द्वारा कार्पोरेट जगत में अपने नेतृत्व के लिए भी मान्यता प्राप्त है जो जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए प्रतिष्ठित सूची में बना हुआ है।
कार्बन उत्सर्जन को रोक कर जलवायु जोखिम को कम करने के लिए कंपनी को द जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स 2020 द्वारा एशिया पैसिफिक में प्रथम स्थान दिया गया है।