उदयपुर। भारत की एकमात्र और दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड ने दो नए महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉक हासिल कर भारत के महत्वपूर्ण खनिज क्षेत्र में प्रवेश किया है, ये दोनो पोटाश और हैलाइट के लिए और दूसरा रेयर अर्थ एलिमेंट्स के लिए है। महत्वपूर्ण और रणनीतिक खनिज ब्लॉक ई-नीलामी के पांचवें चरण के तहत, कंपनी को राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में भारत के पहले पोटाश और हैलाइट ब्लॉक और उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में रेयर अर्थ एलिमेंट्स ब्लॉक के लिए पसंदीदा बोलीदाता घोषित किया गया है। यह रणनीतिक जीत हिंदुस्तान जिंक की खनिज की ओर बढ़ती विकास यात्रा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी के रूप में इसकी स्थिति को मजबूत करती है। इस महीने की शुरुआत में कंपनी को बालेपालयम टंगस्टन और एसोसिएटेड मिनरल ब्लॉक के लिए आंध्र प्रदेश सरकार से आशय पत्र भी मिला।
माननीय कोयला एवं खान मंत्री, श्री जी किशन रेड्डी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, भारत में पहली बार पोटाश खनन का मार्ग प्रशस्त…भारत उर्वरक खनिजों में आत्मनिर्भरता की ओर एक साहसिक उपलब्धि है.
पोटाश खनन की क्षमता को अनलॉक करके, हम आयात निर्भरता को कम करने और हमारे कृषि-हमारे किसानों की रीढ़ को मजबूत करने के लिए तैयार हैं।
पोटाश उर्वरक उद्योग में प्रमुख खनिज है जिसका उपयोग एनपीके उर्वरकों के उत्पादन के लिए किया जाता है जिसका भारत की कृषि अर्थव्यवस्था में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। वर्तमान में, भारत मुख्य रूप से कनाडा, बेलारूस, जॉर्डन, दक्षिण कोरिया और अन्य देशों से 100 प्रतिशत पोटाश का आयात करता है। देश के पहले पोटाश और हैलाइट ब्लॉक की सफल नीलामी उर्वरक खनिजों में आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिससे आयात निर्भरता कम हो।
हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड के सीईओ अरुण मिश्रा ने कहा कि, भारत के पहले पोटाश ब्लॉक और रेयर अर्थ एलिमेंट्स ब्लॉक को हासिल करना रणनीतिक मिनरल एक्सप्लोरेशन में हमारी क्षमता का प्रमाण है। हम महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और देश के खनिज सुरक्षा लक्ष्यों और तेज आर्थिक विकास का सहयोग के लिए अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ हैं। यह अधिग्रहण महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में अग्रणी कंपनी के रूप में हमारी स्थिति को बढ़ाता है और हमारे हितधारकों को दीर्घकालिक मूल्य प्रदान करने की हमारी क्षमता को मजबूत करता है। इससे राज्य में कई उद्योगों में नए निवेश के साथ-साथ अभूतपूर्व प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर बनेगें।
ये रणनीतिक जीत हिन्दुस्तान जिंक की मजबूत खनन क्षमता वाली उच्च गुणवत्ता वाली परिसंपत्तियों को सुरक्षित करने की दीर्घकालिक रणनीति के अनुरूप हैं। राजस्थान के हनुमानगढ़ में स्थित यह ब्लॉक 1841.22 हेक्टेयर में फैला है और वर्तमान में एक्सप्लोरेशन के जी3 स्तर पर है। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में स्थित रेयर अर्थ एलिमेंट ब्लॉक 210.01 हेक्टेयर में फैला है और वर्तमान में एक्सप्लोरेशन के जी3 स्तर (प्रारंभिक स्तर) पर है। एक्सप्लोरेशन और माइनिंग में अपनी इन-हाउस विशेषज्ञता का लाभ उठाते हुए, हिन्दुस्तान जिंक इन दोनों परिसंपत्तियों से पर्याप्त विकास के अवसरों को अनलॉक करने के लिए अच्छी तरह से संसाधनयुक्त है। यह महत्वपूर्ण धातु क्षेत्र में कंपनी की स्थिति को और मजबूत करता है, जो ग्लोबल एनर्जी ट्राजिंशन को शक्ति प्रदान करने वाली धातुओं के उत्पादन के अपने दृष्टिकोण के अनुरूप है।
वेदांता समूह की कंपनी हिन्दुस्तान जिं़क लिमिटेड विश्व की सबसे बड़ी एकीकृत जिंक उत्पादक है और वैश्विक स्तर पर शीर्ष 5 चांदी उत्पादकों में से एक है। कंपनी 40 से अधिक देशों को आपूर्ति करती है और भारत में प्राथमिक जिंक बाजार में इसकी हिस्सेदारी लगभग 77 प्रतिशत है। हिन्दुस्तान जिंक को एसएंडपी ग्लोबल कॉरपोरेट सस्टेनेबिलिटी असेसमेंट 2024 द्वारा लगातार दूसरे वर्ष मेटल और माइनिंग सेक्टर में विश्व की सबसे सस्टेनेबल कंपनी के रूप में मान्यता दी गई है।
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