हिंदुस्तान जिंक, भारत के अग्रणी जिंक-लीड-सिल्वर उत्पादक कंपनी, ने खनन में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने के लिए भारतीय खनन अनुसंधान संस्थान (सीआईएसआर) और सीआईएमएफआर के साथ मेमोरेंडम ऑफ उडरस्टैंडिंग (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके साथ ही, वे नवीन प्रौद्योगिकियों के साथ काम करने के लिए एमओयू के “वन वीक वन लैब” कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस हस्ताक्षर के माध्यम से हिंदुस्तान जिंक, खनन उद्योग में तकनीकी उन्नति को प्राप्त करने का प्रयास करेगा और सुरक्षित, स्मार्ट और सस्टेनेबल खनन की ओर अग्रसर होगा।
वन वीक वन लैब कार्यक्रम का उद्घाटन
वन वीक वन लैब कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, जिसमें सीआईएसआर-सीआईएमएफआर के महानिदेशक और डीएसआईआर सचिव डॉ. एन कलाईसेल्वी, हिंदुस्तान जिंक के सीईओ अरुण मिश्रा, हिंदुस्तान जिंक के सीओई माइनिंग प्रमुख प्रवीण शर्मा, सीएसआईआर-सीआईएमएफआर धनबाद के निदेशक प्रो. अरविंद कुमार मिश्रा, प्रो. शालीवाहन, निदेशक आईआईपीई, विशाखापत्तनम और डॉ. एन. वी. रमण राव, निदेशक, एनआईटी रायपुर उपस्थित थे।
अनुसंधान और विकास के क्षेत्रों की पहचान
इस सहयोग के अंतर्गत, सीआईएसआर-सीआईएमएफआर और हिंदुस्तान जिंक का मुख्य उद्देश्य खनन उद्योग में नवाचारिक प्रौद्योगिकियों को विकसित करने और प्रमोट करने का है। यह साथियों को खनिज, कोयला और ईंधन क्षेत्रों के साथ-साथ संबद्ध उद्योगों के क्षेत्र में तकनीकी सेवाओं का लाभ उठाने के लिए संभावित अवसरों की तलाश में मदद करेगा।
महत्वपूर्ण सहयोग
हिंदुस्तान जिंक के मुख्यकार्यकारी अधिकारी अरुण मिश्रा ने इस सहयोग का महत्व बताते हुए कहा, “यह सहयोग खनन उद्योग की उन्नति के लिए सतत् अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के विकास और वितरण का मार्ग प्रशस्त करेगा।” उन्होंने इसे सुरक्षित, स्मार्ट और सस्टेनेबल खनन के दृष्टिकोण को मजबूत करने का माध्यम भी बताया और खनन कार्यों के दौरान आने वाले चुनौतीपूर्ण मुद्दों के हल के लिए संस्थान की सराहना की।
साथ में कदम
इस एमओयू के अंतर्गत, हिंदुस्तान जिंक ने अन्य खनन समूहों जैसे कि टाटा स्टील, अदानी, एनएमडीसी, और एसआरके मिनरल्स भी साथ में कदम मिलाया है, जिससे खनन उद्योग में नई ऊर्जा और दक्षता की दिशा में बढ़ोतरी हो सकती है।
इस सहयोग से हिंदुस्तान जिंक ने खनन में अनुसंधान और विकास के क्षेत्र में अपने प्रयासों को मजबूत किया है और खनन उद्योग के भविष्य को और भी उजवल बनाने के लिए कदम बढ़ाया है।
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