नई दिल्ली (इंडिया सीएसआर): सजावटी और औद्योगिक उपयोग के लिए पेंट की एक विस्तृत श्रृंखला के निर्माण और बिक्री क्षेत्र की अग्रणी कंपनी एशियन पेंट्स ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान कारपोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के अंतर्गत 71 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं। इस वृहद राशि को कंपनी ने विभिन्न सामाजिक विकास परियोजनाओं पर खर्च किए हैं।
कंपनी ने इस वर्ष अपनी कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) के लिए निर्धारित आवश्यक राशि पूरी तरह से खर्च कर दी है और वर्ष के लिए कोई भी सीएसआर राशि नहीं है।
पिछले वर्ष कंपनी अपनी पूरी सीएसआर राशि खर्च नहीं कर पाई थी। कंपनी ने इसकी जानकारी वार्षिक रिपोर्ट में दी है।
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कंपनी ने कहा है कि उसके लिए सीएसआर का अर्थ केवल एक बार जुड़ाव के लिए नहीं होना चाहिए; बल्कि यह समाज के वंचित, कमजोर और हाशिए के हितधारकों के जीवन में एक सामाजिक परिवर्तन लाने का शानदार माध्यम है।
एशियन पेंट्स की सभी सीएसआर पहलों को समग्र प्रगति और लक्षित परिणामों की उपलब्धि के लिए रणनीतिक रूप से डिजाइन और मॉनिटर किया गया है।
कंपनी की सीएसआर परियोजनाएं मुख्य रूप से स्वास्थ्य और स्वच्छता, व्यावसायिक कौशल को बढ़ाने, जल संरक्षण और आपदा प्रबंधन पर केंद्रित हैं।
पिछले 6 वर्षों का सीएसआर खर्च
2021-22: रु. 71.01 करोड़
2020-21: रु. 63.00 करोड़
2019-20: रु. 74.64 करोड़
2018-19: रु. 52.70 करोड़
2017-18: रु. 46.51 करोड़
2016-17: 47.84 करोड़ रुपये।
भारत मे सीएसआर कानून
भारत में किसी भी कंपनी को कारोबार करने के लिए अपने आप को रजिस्टर्ड करवाना पड़ता है।
हर एक बड़ी कंपनी को कंपनीज एक्ट में रजिस्टर्ड करवाना होता है।
लेकिन भारत में हर कंपनी सीएसआर के दायरे में नहीं आती।
छोटी कंपनिया जिनकी कमाई बहुत सीमित है वो सीएसआर खर्च करने के लिए बाध्य नहीं हैं।
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कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी को कंपनी अधिनियम, 2013 की धारा 135 के तहत प्रावधानों के माध्यम से अनिवार्य कर दिया गया है।
हर कंपनी जो प्राइवेट लिमिटेड या पब्लिक लिमिटेड है जिन्होंने 500 करोड़ रुपये का शुद्ध मूल्य या 1,000 करोड़ रुपये का टर्नओवर या 5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ का कारोबार किया है, उन्हें तीन वित्तीय वर्षों के लिए, अतिशीघ्र अपने औसत शुद्ध लाभ की कम से कम 2 प्रतिशत धनराशि सीएसआर गतिविधियों पर खर्च करना अनिवार्य है।
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