रायगढ़। हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया, राजीव गांधी शिक्षा मिशन छत्तीसगढ़ (छग शासन) एवं माइक्रोसॉफ्ट के सीएसआर सहयोग से छत्तीसगढ़ के रायगढ़ एवं मुंगेली जिले के 16 स्कूलों में डिजिटल क्लासरूम परियोजना प्रारंभ की गई है। रायगढ़ के 8 स्कूलों में डिजिटल क्लासरूम परियोजना शुरू की गई है। शहर के समीप विजयपुर शासकीय स्कूल में डिजिटल क्लासरूम परियोजना को एक भव्य समारोह के दौरान शुरू किया गया।
डिजिटल स्कूलों का शुभारंभ विजयपुर शासकीय विद्यालय में मुख्य अतिथि सहायक कलेक्टर संबित मिश्रा आईएएस एवं विशिष्ट अतिथिगण इंडिया सीएसआर नेटवर्क के संस्थापक रूसेन कुमार एवं ओपी जिंदाल स्कूल के प्रिंसिपल आर के त्रिवेदी उपस्थित के द्वारा किया गया।
इस अवसर पर इस कार्यक्रम में जिला मिशन समन्वयक श्री आर के देवांगन, हुमाना दिल्ली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री स्नोरे वेस्टगार्ड, राष्ट्रीय पार्टनरशिप अधिकारी श्री चन्दन वर्मा, माइक्रोसोफ्ट सीएसआर के उच्चाधिकारी मोहम्मद हसान, प्रतिष्ठित शिक्षक राधेश्याम श्रीवास्तव एवं जिला प्रशासन के उच्चाधिकारी और शिक्षकगण उपस्थित थे।

अतिथिगण संबित मिश्रा, रूसेन कुमार एवं आरके त्रिवेदी ने कार्यक्रम की सराहना की। वक्ताओं ने कहा कि इस परियोजना से निसंदेह ही प्राथमिक शिक्षा के स्तर पर सुधार लाने में मदद मिलेगी। सहायक कलेक्टर एवं आरके त्रिवेदी ने बच्चों से बातचीत कर शिक्षा के प्रति उनके रुझानों की जानकारी प्राप्त की।
आर.के.त्रिवेदी ने कहा कि हमारे जिले के चुनिंदा विद्यालयों में से इस विद्यालय का चुनाव किया गया है। इसलिए ये बच्चे भाग्यशाली है। छतीसगढ़ शासन की पहल पर ह्यूमाना पीपल टू पीपल इंडिया एवं माइक्रोसाफ्ट के प्रयासों से शिक्षा के लिए डिजिटल क्लास रूम आरंभ किया गया है। निश्चित ही यह कदम सफलता के नये सोपान हासिल करेगा।
उन्होंने कहा कि इस प्रयास में ओपी जिंदल स्कूल की ओर से किसी प्रकार की ट्रेनिंग या सम्मेलन में योगदान दे सकें तो खुशी होगी। उन्होंने बच्चों से कहा कि अगर जिंदगी में आगे बढऩा है तो कम्प्यूटर पर ध्यान देना होगा। डेनमार्क के स्नोरे वेस्टगार्ड ने बच्चों से मिलकर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि बच्चे काफी सक्रिय है और अच्छी तरह सीख लेंगे।
रूसेन कुमार, फाउंडर इंडिया सीएसआर नेटवर्क ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि देश भर में दूरस्थ अंचलों में कार्य करने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि शिक्षा का अधिकार महत्वपूर्ण है और इस दिशा में यह एक क्रांतिकारी शुरूआत है। इस पहल से दूसरी संस्थाओं को भी शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्तर पर ही बच्चों को सही एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की आवश्यकता होती है।
ह्युमाना इंडिया के सीईओ स्नोरे वेस्टगार्ड (डेनमार्क) ने बच्चों से मिलकर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि बच्चे काफी सक्रिय है और अच्छी तरह सीख लेंगे।
ह्यूमाना नेशनल पार्टनरशिप टीम के प्रमुख चंदन वर्मा ने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से शाला त्यागी बच्चों को स्कूल में लाकर उनमें पढ़ाई के प्रति रुचि जागृत की जायेगी। उन्होंने बताया कि 10 स्कूल में 100 शिक्षक होंगे जो कार्यक्रम संचालित करेंगे। जहां कम्प्यूटर लैब एवं अन्य सुविधाएं होंगी।
गौरतलब है कि डिजिटल क्लास रूम प्रोजेक्ट प्राथमिक स्कूल के कक्षा पहली से पांचवीं तक के बच्चों के लिए है, जिसमें कम्प्यूटर कौशल के अलावा, पर्यावरण विज्ञान, गणित एवं अंग्रेजी के विषय पर डिजिटल मॉड्यूल विकसित किया गया है जिससे कि इन विषयों को सीखने में सरलता आयेगी। चिन्हांकित शालाओं में कम्प्यूटर लैब स्थापित किया गया है। कम्प्यूटर लैब के माध्यम से कक्षा 1 से 5 वीं तक विद्यार्थियों को विडियो आधारित पाठ्यक्रम सिखाया जाएगा और विडियो आधार पर आंकलन प्रश्न पत्र भी दिया जाएगा।
इस कम्प्यूटर लैब में प्रत्येक छात्र स्वयं के एकाउंट से लॉगिन कर शिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए वीडियो पर आधारित शिक्षा के माध्यम से बच्चों का समग्र विकास किया जाएगा, वहीं उनकी जिज्ञासा का समाधान भी किया जाएगा। कदम कार्यक्रम (डिजिटल क्लासरूम)शाला त्यागी बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोडऩे की दिशा में कारगर कदम है। रायगढ़ में 5 विकासखण्ड रायगढ़, सारंगढ़, बरमकेला, तमनार एवं धरमजयगढ़ के 8 केन्द्रों में बच्चों को शिक्षा दी जाएगी।
तकनीकी व कम्प्यूटर आधारित शिक्षा को गाँवों व शासकीय प्राथमिक विद्यालयों में ले जाने के क्रम में हुमाना पीपल टू पीपल इंडिया नामक संस्था ने राजीव गांधी शिक्षा मिशन छत्तीसगढ़ एवं माइक्रोसॉफ्ट के सहयोग से डिजिटल क्लासरूम परियोजना को प्रदेश के दो जिलों- रायगढ़ एवं मुंगेली के 16 शासकीय प्राथमिक विद्यालयों में स्थापित किया है।
विद्यालयों को डिजिटल बनाने की दिशा में इस परियोजना ने प्रत्येक 16 विद्यालयों में कम्यूटर लैब और प्रोजेक्टर स्थापित किये | विज्ञान, गणित एवं अंग्रेजी की शिक्षा को आसान व उत्साही बनाने के लिए इन विषयों के कठिन धारणाओं को डिजिटल सामग्री में विकसित किया गया। विद्यार्थियों में हुए विकास को देखने हेतुर्न लर्निगं एसेसमेंट प्लेटर्फाम बनाया गया। इसके पहले हुमाना द्वारा शिक्षकों को कंप्यूटर ज्ञान व डिजिटल प्लेटफार्म को इस्तेमाल करने की विशेष जानकारी दी गयी।
इस कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने कम्पूटर लैब में डिजिटल प्लेटफार्म को इस्तेमाल करके दिखाया साथ ही साथ विडियो कोंफेरेंसिंग के माध्यम से रायगढ़ के 3 एवं मुंगेली के 2 विद्यालयों से संपर्क करके दिखाया।
विद्यालयों में बच्चे व शिक्षक कंप्यूटर लैब और डिजिटल सामग्री पाकर बहुत ही उत्साहित है। विद्यालय के बच्चों द्वारा शानदार लोक नृत्य एवं गायन प्रस्तुत किया गया।कार्यक्रम में अन्य विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, शिक्षाविद, पंचायत के प्रतिनिधियों, अभिभावकों व ग्रामीणों ने भी भाग लिया।
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