नई दिल्ली। खादी, सतत खेती, प्राकृतिक खाद, कुटिर उद्यम और ग्रामीण खुशहाली पर गांधी जी के दर्शन पर केंद्रित चरखा डायलाग (Charkha Dialogue) 11 अक्टूबर को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर में आयोजित होगा। इस शिखर सम्मेलन में राजनीति, व्यापार, सामाजिक, कारपोरेट और शिक्षा जगत के 20 से अधिक प्रतिष्ठित नेता और विचारक केंद्रित विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे। चरखा डायलाग की स्थापना इंडिया सीएसआर नेटर्वक और भोर टस्ट, जो कि गांधी साहित्य पर कार्य कर रहा है, द्वारा आयोजित है।
दैनिक जागरण समूह की सामाजिक संस्था जागरण पहल सभा की सह-मेजबान है। ल्यूपिन फाउंडेशन इस प्रतिष्ठित ज्ञान मंच का अग्रणी भागीदार है। दैनिक जागरण, नादुनिया, खेत खलिहान, दैनिक जागरण आईनेक्स्ट 91.1 एफएम रेडियो सिटी और बिग एफएम आयोजन के मीडिया पार्टनर हैं।
इस अति विशिष्ट आयोजन में सरकार, कारोबार जगत, सामाजिक क्षेत्र, अंतर्राष्ट्रीय एजेंसियों और शिक्षा जगत के 200 से अधिक प्रतिष्ठित नेतृत्वकर्ता हिस्सा ले रहे हैं। चरखा संवाद भारतीय ग्रामीण विकास, सूक्ष्म उद्यम विकास और गरीबी उन्मूलन के लिए सहयोगात्मक और सामूहिक दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है।
संवाद में जो प्रमुख नेता अतिथि एवं वक्ता होंगे, उनमें कैबिनेट मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मंत्री थावर चंद गहलोत, प्रताप चंद्र सारंगी और गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा शामिल हैं।
इंडिया सीएसआर एवं चरखा संवाद के संस्थापक रूसेन कुमार ने कहा, “गांधीजी के ग्रामीण विकास के दर्शन के बारे में कारपोरेट जगत एवं सामाजिक संस्थाओं को जागरुक एवं संवेदनशील बनाना इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य है। चरखा डायलाग यह अपेक्षा करता है कि अधिकाधिक संगठन गांवों में सामाजिक एवं आर्थिक खुशहाली लाने के लिए नागरिकगण एवं सामाजिक संस्थाएं, कंपनियां और सरकारें मिलजुलकर कार्य करें।
वरिष्ठ पत्रकार और मंच के संयोजक अनुरंजन झा ने कहा, “गांधी और ग्रामीण विकास पर उनके विचार आज अत्यंत ही प्रासंगिक हैं। इसलिए इन विचारों को सामाजिक परिचर्चाओं की मुख्यधारा में लाना महत्वपूर्ण कार्य है। इस सम्मेलन के साथ, मेरा मानना है कि हम प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से ग्रामीण अर्थव्यवस्था, शासन, नीतियों और कार्यान्वयन में हितधारकों को संवेदनशील बनाने में सक्षम होंगे।”
इस शिखर सम्मेलन में आमंत्रित प्रमुख अतिथियों और सम्मानित वक्तागण इस प्रकार हैं:
श्री नरेंद्र सिंह तोमर, माननीय केंद्रीय मंत्री – कृषि और किसान कल्याण
श्री थावर चंद गहलोत, माननीय राज्य मंत्री -सामाजिक न्याय और सहकारिता
श्रीमती मृदुला सिन्हा, माननीय राज्यपाल, गोवा
श्री प्रताप चन्द्र सारंगी, केंद्रीय राज्य मंत्री -लघु एवं मध्यम उद्यम
श्री प्रभात झा, माननीय राज्य सभा सांसद
श्री रूसेन कुमार, संस्थापक – भारत सीएसआर नेटवर्क एवं चरखा संवाद
श्री अनुरंजन झा वरिष्ठ पत्रकार, चरखा संवाद के संयोजक
श्री सर्वमित्र शर्मा, अध्यक्ष – जागरण पहल, दैनिक जागरण समूह
प्रोफेसर हितेश भट्ट, निदेशक, इरमा
पद्मश्री भारत भूषण त्यागी, प्रगतिशील किसान
श्री उमेंद्र दत्त, खेती विरासत मिशन
श्रीमती पूर्णिमा सावरगांवकर, संस्थापक, सोइल एंड सोल
श्री सीता राम गुप्ता, कार्यकारी निदेशक, ल्यूपिन फाउंडेशन, ल्यूपिन लिमिटेड
श्री गणेश नीलम, कार्यकारी निदेशक –सीआईएनआई, टाटा ट्रस्ट्स
श्री प्रवीण कर्ण, सीएसआर प्रमुख, स्पार्क मिंडा ग्रुप
श्रीमती बिमला एन बिसेल, संस्थापक, उद्योगिनी
श्री राजू शर्मा, सीएसआर प्रमुख, इंडिगो एयरलाइंस
श्री अंशु गुप्ता संस्थापक, गूंज (पुरस्कृत सामाजिक कार्यकर्ता)
श्री शिशिर सिन्हा, उप संपादक, हिंदू बिजनेस लाइन
श्री अरविंद मोहन, पूर्व संपादक, हिंदुस्तान
श्री सुनील रामदास अग्रवाल, चैयरमैन – रामदास द्रौपदी फाउंडेशन
श्रीमती अनघा महाजनी, महाप्रबंधक, अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन
श्री अपरेश मिश्रा, संपादक, भारत सीएसआर नेटवर्क
चरखा संवाद: वार्षिक मंच बड़े संगठनों के प्रमुख लोगों के लिए बनाया गया है जो बड़े पैमाने पर राष्ट्र की प्रगति और लोगों के कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। जैसा कि कृतज्ञ राष्ट्र महात्मा गांधी जी की 150 वीं जयंती मना रहा है, चरखा संवाद (संवद), ग्रामीण अर्थव्यवस्था, शासन और सतत विकास पर गांधीवादी दर्शन को समर्पित शिखर सम्मेलन है। यह फोरम समानता, स्वतंत्रता और न्याय, सतत विकास, और अर्थव्यवस्था और शासन के विकेंद्रीकरण में ग्रामीण अर्थव्यवस्था के महत्व पर केंद्रित है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर गांधीवादी दर्शन को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास, प्रगति और समृद्धि की जरूरत है। मंच इस बात पर चर्चा करेगा कि हमारी ग्रामीण अर्थव्यवस्था और विकास कार्य, खादी, हथकरघा, स्वदेशी उत्पाद, लघु और सूक्ष्म उद्योग, जैविक खेती, जल, स्वच्छता और पशुधन प्रबंधन गांधी जी के सपनों को पूरा करने में कैसे महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इस अतिविशिष्ट मंच का आयोजक इंडिया सीएसआर नेटवर्क – इंडियासीएसआरडाटइन, कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी एंड रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) के सबसे बड़े ज्ञान और सूचना प्रसारण में से एक अग्रणी संगठन है, जो एक दशक में सीएसआर और सस्टेनेबिलिटी के क्षेत्र में नए आयाम और दृष्टिकोणों का समन्वय करते महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।