अडानी समूह (Adani Group) के खिलाफ जनवरी महीने में विवादास्पद रिपोर्ट लाकर चर्चित हुए अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने अब एक और धनकुबेर को निशाने पर लिया है. हिंडनबर्ग रिसर्च कर रिपोर्ट आने के बाद अडानी की तरह इनकी भी दौलत एक झटके में काफी कम हो गई है. शॉर्ट सेलर फर्म ने अडानी के बाद ट्विटर के को-फाउंडर जैक डोरसी (Jack Dorsey) की कंपनी ब्लॉक (Block Inc) को भी टारगेट किया था.
हिंडनबर्ग ने लगाया ये आरोप
ताजा मामले में हिंडनबर्ग रिसर्च के निशाने पर आए हैं कॉरपोरेट एक्टिविस्ट कार्ल इकान (Carl Icahn). हिंडनबर्ग ने उनकी इन्वेस्टमेंट कंपनी इकान एंटरप्राइजेज एलपी (Icahn Enterprises LP) के खिलाफ रिपोर्ट जारी की है, जिसमें पोंजी जैसे इकोनॉमिक स्ट्रक्चर को अपनाने का आरोप लगाया गया है. रिपोर्ट सामने आने के बाद कार्ल इकान की दौलत सिर्फ मंगलवार को एक दिन में ही 10 बिलियन डॉलर से ज्यादा कम हो गई.
इतना गिरा शेयरों का भाव
हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद इकान एंटरप्राइजेज एलपी के शेयरों में 20 फीसदी तक की गिरावट आई. यह पब्लिकली ट्रेडेड लिमिटेड पार्टनरशिप कंपनी कार्ल इकान की होल्डिंग कंपनी के रूप में काम करती है. इसके शेयरों के भाव में भारी गिरावट आने से इकान की दौलत में 3.1 बिलियन डॉलर की गिरावट आई.
यहां भी हुआ बड़ा नुकसान
शॉर्ट सेलर फर्म ने इकान एंटरप्राइजेज में कार्ल इकान की उस हिस्सेदारी पर भी विस्तार से चर्चा की, जिन्हें गिरवी रखकर लोन लिया गया है. पहले इनके मार्जिन को ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स के द्वारा नेटवर्थ तय करने में कैलकुलेट नहीं किया जाता था. अब इंडेक्स इसे भी शामिल करने लगा है. इस तरह कार्ल इकान की नेटवर्थ के कैलकुलेशन में यहां से अतिरिक्त 7.3 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ. इस तरह उनकी दौलत एक दिन में 10 बिलियन डॉलर से ज्यादा गिर गई.
अब इतनी रह गई दौलत
ब्लूमबर्ग बिलेनियर्स इंडेक्स पर कार्ल इकान इस रिपोर्ट के आने से पहले करीब 25 बिलियन डॉलर की दौलत के साथ दुनिया के 58वें सबसे अमीर व्यक्ति थे. हालांकि रिपोर्ट आने के बाद उनकी दौलत में 41 फीसदी की गिरावट आई और यह कम होकर 14.6 बिलियन डॉलर रह गई. इसके बाद कार्ल इकान दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में टॉप-100 से भी बाहर हो गए. अब वह इस सूची में 119वें पायदान पर हैं.
2023 में ये 2 लोग हो चुके हैं शिकार
कार्ल इकान हिंडनबर्ग रिसर्च के निशाने पर आने वाले पहले रईस नहीं हैं. हिंडनबर्ग ने इस साल की शुरुआत में भारतीय कारोबारी समूह अडानी ग्रुप को निशाने पर लिया था. रिपोर्ट के बाद गौतम अडानी की नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई थी और वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में टॉप3 से फिसलकर टॉप30 से भी बाहर हो गए थे. उसके बाद हिंडनबर्ग ने जैक डोरसी की ब्लॉक इंक को भी निशाना बनाया था. हिंडनबर्ग किसी पब्लिकली ट्रेडेड कंपनी के शेयरों को शॉर्ट करने के बाद उसे निशाना बनाते हुए रिपोर्ट जारी करती है और इसी तरह से पैसे बनाती है.